अयोध्या : रामनगरी में आने वाले पर्यटक अब यहां के गांवों का भी लुत्फ उठा सकेंगे. इसके लिए गांवों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा. पर्यटक चूल्हे की रोटी से लेकर विभिन्न सब्जियों व मटके में बनी दाल का आनंद ले सकेंगे. वे यहां ठहर भी सकेंगे. बाहर से गांव जैसा व अंदर का नजारा वेस्टर्न रहेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुसार अयोध्या विकास प्राधिकरण जल्द ही इस योजना पर काम शुरू करेगा.
भव्य राम मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं. रामनगरी में कई प्राचीन मठ-मंदिर व पौराणिक स्थल हैं. अयोध्या आने पर पर्यटक शहर में ही घूमकर निकल जाते हैं. वे जिलों के अन्य धार्मिक स्थलों तक नहीं पहुंच पाते हैं. इसी के मद्देनजर इस योजना को शुरू करने पर विचार किया जा रहा है.
होम स्टे पेइंग गेस्ट योजना का दूसरा फेज हो रहा शुरू :राम मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या में होम स्टे योजना शुरू की गई थी. इसके बाद नगर में लगभग 1100 लोग इस योजना से जुड़े और अपने घर को पेइंग गेस्ट हाउस बना लिया. आज सारे होम स्टे फुल रहते हैं. इसमें रहने-खाने का अच्छा इंतजाम रहता है. इससे लोगों को आर्थिक मजबूती भी मिल रही है. वहीं अब होम स्टे योजना के दूसरे फेज का कार्य शुरू होने जा रहा है. इसमें आसपास के गांवों को शामिल किया जाएगा.
धार्मिक स्थलों के पास के गांव होंगे चयनित: अयोध्या विकास प्राधिकरण होम स्टे पेइंग गेस्ट योजना का दूसरा चरण शुरू करने जा रहा है. इसके तहत अयोध्या जिले के ऐसे धार्मिक स्थल जो मुख्यालय से दूर किसी तहसील में पड़ते हैं. उनके पास के छोटे गांव को डेवलप किया जाएगा. जैसे भरतकुंड, मखौड़ा धाम व स्वामी नारायणमंदिर जैसे धाम के आस-पास के गांव को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा.
बाहर से दिखेगा खपरैला, अंदर होंगे जबरदस्त इंतजाम :इस योजना के नोडल अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि गांव के सात से आठ घरों को ऐसा डवलप किया जाएगा कि बाहर से पूरी गांव वाली फीलिंग आएगी, लेकिन अंदर वेस्टर्न सुविधा रहेगी. वेस्टर्न टॉयलेट, एलईडी, बेड आदि की व्यवस्था रहेगी. उन्होंने बताया कि होम स्टे में रुकने वाले को लोग अपने घरों के व्यंजन खिला सकेंगे. इससे हमारे यहां का मोटे आनाज को बढ़ावा मिलेगा और ग्रामीणों की आमदनी भी हो सकेगी.
योजना के विस्तार से बढ़ेगी आमदनी:अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अश्विनी पांडेय ने बताया कि राम मंदिर निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. इसे देखते हुए योजना को विस्तार दिया जा रहा है. इससे न सिर्फ गांवों में पर्यटन बढ़ेगा, बल्कि ग्रामीणों की आमदनी में भी इजाफा होगा.