नई दिल्ली/गाजियाबाद: थाना मुरादनगर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और दो नाबालिगों को हिरासत में लिया है. आरोपियों के कब्जे से चोरी के 20 मोबाइल फोन, एक अल्ट्रा घड़ी और काले रंग का बैग बरामद किया गया है. 29 दिसंबर को जलालपुर रघुनाथपुर निवासी आदित्य प्रधान ने मुरादनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि उनकी NH-58 दिल्ली-मेरठ हाइवे पर स्थित दुकान से अज्ञात चोरों ने 20 मोबाइल फोन, एक अल्ट्रा वॉच और एक काला बैग चुरा लिया. पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर जांच शुरू की.
पुलिस ने एक विशेष टीम बनाकर कार्रवाई की और घटना में शामिल तीन आरोपियों और दो नाबालिगों को हिसाली धेदा रोड के पास से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों में राजेश उर्फ राज (18), अरमान (18) और यामीन (37) शामिल हैं. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने चोरी की योजना बनाकर दुकान पर रैकी की थी. घटना के दिन यामीन ने निगरानी की, जबकि बाकी ने चोरी को अंजाम दिया. चोरी के सामान को आपस में बांटने के बाद वे इसे बेचने की योजना बना रहे थे. गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज है.
ठगी करने वाले 5 आरोपी गिरफ्तार
गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट की स्वाट टीम ग्रामीण जोन और थाना मुरादनगर पुलिस ने ठगी के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने लोगों को झांसे में लेकर ठगी करने वाले घुमंतु जाति के पांच पुरुष आरोपियों और एक महिला आरोपी को गिरफ्तार किया है. उनके कब्जे से 2.45 लाख रुपये बरामद हुए हैं. 24 दिसंबर को पीड़ित ने थाना मुरादनगर में शिकायत दर्ज कराई कि अज्ञात आरोपियों ने उसे 300 ग्राम सोने के सिक्के बेचने के बहाने 9 लाख रुपये ठग लिए. शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. पुलिस टीम ने आरोपियों को मुरादनगर क्षेत्र के कनौजा मटियाला पुल के पास से गिरफ्तार किया. सभी आरोपी मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के निवासी हैं.
साइबर फ्रॉड के एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश
गाजियाबाद थाना साइबर क्राइम टीम ने साइबर फ्रॉड के एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से 9 मोबाइल फोन, एक चेकबुक, एक पासबुक और दो एटीएम कार्ड बरामद किए गए. यह गिरोह विभिन्न राज्यों में करीब 4.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की घटनाओं में शामिल था. गिरफ्तार आरोपियों ने गुजरात, राजस्थान, पंजाब और तेलंगाना सहित कई राज्यों में बैंक खातों और चेक के जरिए फ्रॉड किया. गुजरात के राजकोट निवासी रिद्धिष शाह से 3.66 करोड़ रुपये, अहमदाबाद के जिगनेश भाई से 44 लाख, और अन्य व्यक्तियों से लाखों रुपये की ठगी की गई. गिरोह के प्रमुख अमित रॉय ने बताया कि वह और उसके साथ उत्तम दा, विवेक कुमार, अनुज कुमार, मुकेश चौहान उर्फ प्रधान, अतुल, विक्की यादव और राहुल मिलकर साइबर अपराध को अंजाम देते थे. ये लोग जरूरतमंद लोगों के बैंक खाते खुलवाकर उनका इस्तेमाल धोखाधड़ी में करते थे. बैंक चेक ड्रॉप बॉक्स से चेक चोरी करना और उनके लाभार्थियों का नाम बदलना इनकी मुख्य रणनीति थी.