नई दिल्ली:चुनावी वर्ष में आम आदमी पार्टी सरकार ने अपनी एक और योजना को पटरी पर दोबारा लाने का फैसला किया है. शुक्रवार को मुख्यमंत्री आतिशी से मिली जानकारी को साझा करने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने 2017 में जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना शुरू की थी, लेकिन कोरोना काल में बंद हो गई थी. इसके तहत दलित वर्ग, अति पिछड़ा वर्ग के बच्चों को कोचिंग करने के लिए सरकार आर्थिक मदद करती थी, यह योजना अब दोबारा शुरू कर दी गई है.
केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने इस योजना को सात साल पहले शुरू किया था. लेकिन कोरोना के बाद योजना बंद कर दिया गया था. इस वर्ष जब वे जेल चले गए तो कोचिंग वालों के पेमेंट भी रोक दिए गए. आज उन्हें यह बताते हुए बड़ी खुशी हो रही है कि दिल्ली सरकार दोबारा इस योजना को शुरू करने जा रही है. कोचिंग वालों के लंबित भुगतान भी कर दिए जाएंगे और योजना के दायरे में आने वाले छात्रों को दोबारा कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराने का खर्च सरकार वहन करेगी.
''आप लोग देख रहे हैं कि जब मैं जेल में था इन लोगों ने दिल्ली के लोगों को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. ऐसे-ऐसे काम किए जिससे दिल्ली के आम लोग परेशान हो गए हैं. इन लोगों के लिए दिल्ली के लोग राजनीति का हिस्सा हो सकते हैं, पर मेरे लिए दिल्ली के लोग मेरे परिवार हैं. दिल्ली के लोगों को मैं तकलीफ में नहीं देख सकता हूं. जब से मैं जेल से निकला हूं, मेरी कोशिश है जितने भी रुके हुए काम थे एक-एक करके हम सारे काम शुरू कर रहे हैं. इस सिलसिले में आज दिल्ली सरकार ने महत्वपूर्ण फैसला किया है."- अरविंद केजरीवाल, पूर्व मुख्यमंत्री, दिल्ली
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के दलित, एससी-एसटी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस वर्ग के बच्चों के लिए जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना के तहत कोचिंग करने के लिए सरकार मदद करती है. मेधावी बच्चों को मेडिकल, इंजीनियरिंग, अन्य प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारियों के लिए निजी कोचिंग सेंटर से कोचिंग कराने का खर्च सरकार वहन करती थी. साथ ही 2500 रुपये प्रतिमाह छात्रों को दिया जाता था, यह दोबारा सरकार देगी. मैं स्वयं मीडिल क्लास फैमिली से हूं, अगर आईआईटी की परीक्षा पास करने के लिए वे कोचिंग नहीं करते तो नहीं पास कर पाते.
दिल्ली सरकार की फरिश्ते योजना भी हुई चालू:इसके साथ अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार की फरिश्ते योजना भी दोबारा शुरू कर दी गई है. जिसके तहत सड़क दुर्घटना में घायल के इलाज का पूरा खर्च दिल्ली सरकार वहन करेगी. अगर दिल्ली में किसी का एक्सीडेंट हो जाता है, कोई उसको अस्पताल नहीं ले जाना चाहता था. इसके दो कारण थे. पहला कारण उसे लगता है कि उस पर पुलिस केस हो जाएगा.
दूसरा इसलिए कि जिस अस्पताल में लेकर जाएगा उसे अस्पताल वाले कहेंगे पैसे जमा करो, तभी एडमिट करेंगे. फरिश्ते योजना में पीड़ित को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराने पर उसके इलाज पर होने वाला खर्च दिल्ली सरकार वहन करेगी. भर्ती कराने वाले से कोई प्रश्न नहीं पूछा जाएगा. केजरीवाल ने कहा कि अभी तक 26000 लोगों की जिंदगियां इस तरह बचाई गई है. यह स्कीम इन लोगों (बीजेपी) ने बंद कर दी थी. अब चालू हो गई.
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