कानपुर : शहर के सबसे चर्चित कुशाग्र हत्याकांड में अब सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है. डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने इस मामले में सभी हत्यारोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगाने के निर्देश जारी कर दिए हैं. रायपुरवा थाना क्षेत्र में रहने वाले कपड़ा कारोबारी मनीष कनोडिया के बेटे कुशाग्र की कुछ माह पहले अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने इस घटना को अंजाम देने वाले तीन हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. वहीं, अब सोमवार को इस मामले में पुलिस ने जेल में बंद तीनों हत्यारोपितों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है.
क्या था पूरा मामला : आर्य नगर में रहने वाला कपड़ा कारोबारी मनीष कनोडिया का बेटा कुशाग्र (17) सेठ आनंद राम जयपुरिया स्कूल से दसवीं की पढ़ाई कर रहा था. कुशाग्र 30 अक्टूबर 2023 को घर से कोचिंग जाने के लिए निकला था और अचानक लापता हो गया था. परिजनों ने इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी थी. इस मामले में पुलिस जब तक कुशाग्र को सकुशल बरामद करती, उससे पहले ही उसकी हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने इस मामले में घटना को अंजाम देने वाले प्रभात, उसकी प्रेमिका रचिता व प्रभात के दोस्त आर्यन को गिरफ्तार किया था. पुलिस की जांच में सामने आया था कि कुशाग्र को कुछ वर्ष पहले ट्यूशन पढ़ाने वाली शिक्षिका रचिता वत्स ने अपने प्रेमी प्रभात शुक्ला और शिव गुप्ता के साथ मिलकर साजिश के तहत फिरौती के लिए अपहरण किया था. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि कुशाग्र, प्रभात और रचिता को जानता था, इसलिए उसकी हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने कुशाग्र के शव को प्रभात के घर में बनी एक कोठरी से बरामद किया था. बेटे की मौत की जानकारी के बाद से पूरे परिवार में कोहराम मच गया था.
आरोपियों की संपत्ति होगी जब्त :डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने बताया कि कपड़ा कारोबारी के बेटे कुशाग्र की अपहरण के बाद हत्या के मामले में पुलिस द्वारा हत्यारोपियों द्वारा अपराध से सृजित संपत्ति को जब्त किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पुलिस ने अब इस मामले में घटना की गंभीरता को देखते हुए तीनों हत्यारों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है.