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धमतरी क्रिप्टो करेंसी ठगी मामले में एक अरेस्ट, निवेश के नाम पर लगाया था चूना - Fraudster arrested in dhamtari

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : 5 hours ago

crypto currency Fraud धमतरी में बिटकॉइन इनवेस्टमेंट के नाम पर लाखों रुपए की ठगी की गई थी.इस मामले में पुलिस ने शिकायत के बाद एक आरोपी को अरेस्ट किया है. Fraud in dhamtari

Fraudster arrested
क्रिप्टो करेंसी ठगी मामले में एक आरोपी गिरफ्तार (ETV Bharat Chhattisgarh)

धमतरी :पुलिस ने क्रिप्टो करेंसी में ठगी के मामले में एक कोचिंग सेंटर संचालक को गिरफ्तार किया है.जबकि एक अन्य मास्टरमाइंड आरोपी की तलाश की जा रही है. पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने लोगों को औरा बिटकॉइन कंपनी में भारी मुनाफे की योजना बता कर लाखों रुपए निवेश करवाएं. लेकिन निवेशकों को मुनाफे की जगह घाटा हो गया.

सिटी कोतवाली में दो लोगों ने की थी शिकायत :इसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की . इस मामले में फिलहाल दो आवेदन कोतवाली पुलिस को मिले थे. जिसमें दो साल के अंदर कुल 18 लाख 27 हजार रुपयों का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन बताया गया है. जांच करने के बाद पुलिस ने दो आरोपियों में से एक को गिरफ्तार कर लिया.

क्रिप्टो करेंसी ठगी मामले में एक अरेस्ट (ETV Bharat Chhattisgarh)

''आरोपी निर्मल सार्वा ने अपने खातों एवं औरा बीटकॉइन कंपनी बी.टी.बी कंपनी का दस्तावेज पंजीयन प्रमाण पत्र के संबंध में किसी प्रकार का दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया. मामले में अग्रिम कार्रवाई की जा रही है. धमतरी के आकाशगंगा कॉलोनी निवासी निर्मल सार्वा को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है.'' नेहा पवार, डीएसपी

ज्यादा मुनाफा कमाने का दिया झांसा :पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी भूपेश चौधरी को आरोपी निर्मल सार्वा और मेहताब आलम दोनों ने दिनांक 22 अक्टूबर 2021 को सिमोन होटल धमतरी में बुलाया.जहां औरा बिटकॉइन नामक कंपनी में क्रिप्टोकरेंसी पर इन्वेस्ट करने पर ज्यादा फायदा दिलाने का झूठा आश्वासन एवं प्रलोभन दिया गया.इसके बाद फोन पे, गुगल पे के माध्यम से निर्मल सार्वा के मोबाइल नंबर में 10 लाख 7 हजार और मेहताब आलम के मोबाइल नंबर में 8 लाख 20 हजार रूपए ट्रांसफर करने कहने कहा गया. जिस पर भूपेश ने पैसा ट्रांसफर कर दिया.

दूसरे लोगों ने भी कमाने के चक्कर में गवाएं पैसे :इसके साथ ही और भी लोगों को औरा बिटकॉइन कंपनी में अधिक लाभ देने का लालच दिया गया.अन्य लोगों से भी भारी रकम जमा करवाई गई. बताया गया कि जमा करवाया गई रकम आज तक पीड़ितों को नहीं मिली है. प्रार्थी के शिकायत के बाद पुलिस ने मामले को विवेचना में लिया. मोबाइल, बैंक खातों में किए गए लेनदेन का स्टेटमेंट लेकर दस्तावेज खंगालना शुरु किया.जिसमें दो लोगों की संलिप्तता मिली.

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