उत्तरकाशी: वनाग्नि सीजन से पहले विभाग के बीट अधिकारियों और आरक्षियों ने अपनी पदोन्नति की मांग और अन्य मांगों को लेकर काम का बहिष्कार शुरू कर दिया है. इनकी हड़ताल पर जाने से वन विभाग के सामने जंगलों की आग से निपटना बड़ी चुनौती बन गया है. क्योंकि इन घटनाओं के समय यही लोग सबसे पहले फील्ड में पहुंचते हैं.
वन बीट अधिकारियों और आरक्षियों ने किया काम ठप्प: जनपद के वन बीट अधिकारियों और आरक्षियों ने उत्तरकाशी और टौंस वन प्रभाग कार्यालय में धरना देकर कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि वह लंबे समय से वन सेवा नियमावली के 2016 की बहाली सहित वन दरोगा में विभागीय पदोन्नति, आरक्षी वर्दी नियमों में संशोधन की मांग कर रहे हैं. इसके साथ ही उनके लिए सुरक्षा उपाय और फील्ड कर्मचारियों को आवास भत्ता प्रदान करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन शासन उनकी मांगों पर अमल नहीं कर रहा है.
प्रमोशन की लंबे समय से मांग: संगठन के प्रांतीय महामंत्री अनिल शाह, ममराज बिघाणा, राजेश पश्चिमी, नितिन पंचोला ने बताया वह लोग किसी भी घटना के समय सबसे पहले मौके पर पहुंचकर कार्य करते हैं. इसके साथ ही कई लोगों को 10 से 15 साल से अधिक समय अपनी सेवाएं देते हुए हो गया है. लेकिन उसके बाद भी उनकी पदोन्नति नहीं हो रही है. वहीं कई बार शासन को पत्राचार के बाद भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. इसलिए जब तक मांग नहीं मानी जाती, तब तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा.