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करियर को मिलेगा बूस्टर; AKTU के सरकारी संस्थानों में इंजीनियिरंग के साथ सिखाई जाएगी विदेशी भाषा - AKTU Lucknow - AKTU LUCKNOW

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) से ने अपने विद्यार्थियों के लिए एक नई पहल की है, जिससे उन्हें बहुत लाभ मिलेगा. एकेटीयू विद्यार्थियों को तीन विदेशी भाषाएं सिखाएगा.

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (Etv Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 23, 2024, 7:44 PM IST

लखनऊःडॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) से संबद्ध सभी शासकीय संस्थानों में पढ़ रहे छात्रों को तीन विदेशी भाषा सिखाया जाएगा. जिसके लिए छात्र-छात्राओं को रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. विश्वविद्यालय की तरफ से इस संबंध में जरूरी दिशा निर्देश आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है. विश्वविद्यालय के शासकीय कॉलेज के छात्रों को उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के तहत कार्यक्रम संचालित किया जाएगा. जिसमें छात्रों को फ्रेंच, स्पेनिश और जर्मन भाषा सीखने में मदद मिलेगी.

तीन भाषाओं को सिखाएगा कौशल विकास मिशनःएकेटीकेयू कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय ने बताया कि विश्वविद्यालय ने कौशल विकास मिशन के साथ एक समझौता किया है. इसके तहत छात्रों को फ्रेंच, स्पेनिश और जर्मन भाषाओं का कोर्स कराया जाएगा. इन भाषाओं को सीखने के लिए छात्रों को उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के पोर्टल upsdm.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा. संस्थाओं को रजिस्ट्रेशन की लिस्ट जिला कार्यक्रम प्रबंधन इकाई की ईमेल आईडी dpmulko32@gmail.com पर भेजनी होगी. इसके बाद स्टूडेंट्स के बैच तैयार किए जाएंगे. प्रोफेसर जेपी पांडेय ने बताया कि विश्वविद्यालय से 18 गवर्नमेंट संस्थाएं सम्बद्ध है. यहां पर बीटेक सहित अन्य विषयों में करीब 5000 से अधिक छात्र अध्यनरत है.

छात्रों के करियर को मिलेगा रफ्तारःकुलपति ने बताया कि यह तीनों भाषाएं सीखने से छात्रों को अपने करियर में बढ़ाने का मौका मिलेगा. यह भाषा दुनिया में सबसे ज्यादा बोले जाने वाली में से एक है. बैचलर आफ टेक्नोलॉजी (बीटेक) की पढ़ाई करने वाले छात्र जब अपने नौकरी के लिए कैंपस प्लेसमेंट या संस्थानों में जाकर इंटरव्यू देते हैं, तो वहां आने वाली ज्यादातर कंपनियां इन्हीं देशों से होती है. ऐसे में विश्वविद्यालय की तरफ से यह प्रस्ताव तैयार किया गया कि छात्रों को बीटेक की पढ़ाई के साथ-साथ यह तीनों भाषा सिखाई जाए. जिससे छात्रों को नौकरी पाने में आसानी हो.

पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गयाः उन्होंने बताया कि आज के समय में बहुभाषीय कर्मचारियों को एक भाषीय कर्मचारियों की तुलना में अधिक वेतन मिलता है. मौजूदा समय की इंडस्ट्री की सबसे बड़ी डिमांड के तौर पर उभर कर सामने आया है. इसीलिए इस प्रोजेक्ट को अभी गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में शुरू किया गया है. इसमें बीटेक अंतिम वर्ष के छात्रों को यह कोर्स कराया जाएगा. इसके तहत छात्रों को निशुल्क इन भाषाओं का 6 महीने का कोर्स कराया जाएगा. सके बाद यह देखा जाएगा कि छात्रों के प्लेसमेंट में इसका कितना फर्क पड़ता है. परिणाम के आधार पर ही इसे आगे सेल्फ फाइनेंस कॉलेज में भी लागू किया जाएगा.

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