दंतेवाड़ा: 4 अक्टूबर 2024 को अबूझमाड़ के नेंदूर थुलथुली में हुई मुठभेड़ में 31 नहीं बल्कि 38 नक्सली ढेर हुए थे. मारे गए सभी माओवादी हार्डकोर नक्सली थे. मारे गए सभी नक्सलियों पर पुलिस ने इनाम रखा था. पुलिस के मुताबिक मारे गए कुल 38 माओवादियों पर 2 करोड़ 62 लाख का इनाम था. पुलिस ने मारे गए सभी नक्सलियों की शिनाख्तगी का काम पूरा कर लिया है. पुलिस के मुताबिक इस मुठभेड़ में नक्सलियों की एक कंपनी पूरी तरह से खत्म हो गई. अबूझमाड़ मुठभेड़ में छत्तीसगढ़ की अबतक की सबसे बड़ी मुठभेड़ बनी.
2 करोड़ 62 लाख के इनामी नक्सली हुए ढेर:बस्तर पुलिस के मुताबिक 4 अक्टूबर को अबूझमाड़ मुठभेड़ में 38 नक्सली मारे गए. मारे गए नक्सलियों की संख्या को लेकर माओवादियों की ओर से भी बयान जारी किया गया. जिन 38 नक्सलियों का फोर्स ने सफाया किया उनपर कुल 2 करोड़ 62 लाख का इनाम घोषित था.
अबूझमाड़ मुठभेड़ पर अपडेट:03.10.2024 को थुलथुली नेंदूर क्षेत्र में पूर्वी बस्तर डिवीजन, पीएलजीए कंपनी 6, इंद्रावती एरिया कमिटी, प्लाटून 16 के शीर्ष नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना जवानों को मिली. नक्सलियों को घेरने के लिए दंतेवाड़ा डीआरजी, नारायणपुर डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम मौके लिए रवाना हुई. मुठभेड़ में 31 माओवादियों के शव और हथियार लेकर जवान सुरक्षित अपने कैंप लौटे. भा.क.पा.माओवादी (पूर्वी बस्तर डीविजन कमेटी) ने अब बयान जारी कर कहा कि सात और माओवादी मारे गए. जिसके बाद ढेर हुए नक्सलियों की संख्या 38 हो गई.
बस्तर आईजी ने बताया बड़ा झटका: पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. ने बताया गया कि मुठभेड़ में 1 डीकेएसजेडसी, 1 सी.वाय.पी.सी. कमांडर, 4 डीवीसीएम, 18 पीएलजीए कंपनी नंबर 6 के सदस्य, 2 डीकेएसजेडसी के गार्ड, 9 एरिया कमिटी सदस्य और 1 एरिया कमिटी का पार्टी सदस्य मारा गया. एनकाउंटर में मारे गए नक्सलियों की पहचान पूरी हो चुकी है. उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा कमलोचन कश्यप ने बताया गया कि मुठभेड़ में मारे गए सभी 31 माओवादियों के शव को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है.
मारे गए 38 नक्सलियों के नाम और उनपर रखी गई इनाम की राशि
नीति उर्फ उर्मिला उम्र 45 वर्ष पद - डीकेएसजेडसीएम, पूर्व बस्तर डिविजन कमेटी सचिव, 25 लाख का इनाम शासन ने रखा था, नीति गंगालूर जिला बीजापुर की रहने वाली थी.
नंदू मण्डावी पद - सी.वाय.पी.सी. सदस्य, कंपनी नंबर 6 कमाण्डर पश्चिम बस्तर डिवीजन, 10 लाख का इनाम सरकार ने रखा था.
सुरेश सलाम उर्फ जानकू पद - डीव्हीसीएम पूर्वी बस्तर डिवीजन का काम देखता था. जानकू पर 8 लाख का इनाम था.
मीना नेताम उम्र - 44 वर्ष, पद - डीव्हीसीएम पूर्वी बस्तर डिवीजन, 8 लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
महेश मण्डावी पद - डीव्हीसीएम पूर्वी बस्तर डिवीजन, 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
मुरली मातलामी पद - डीव्हीसीएम ,पूर्वी बस्तर डिवीजन 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
बुधराम मड़काम पद - पी.पी.सी.एम., पी.एल.जी. ए. कम्पनी नम्बर 06 सदस्य था. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
बसंती वड़द्दा उम्र - 30 वर्ष पद - पी.पी.सी.एम. पी.एल.जी. ए. कम्पनी नम्बर 06 सदस्या था. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
जगनी वड्डे उम्र - 36 वर्ष पद- पी.एल.जी.ए. कम्पनी नंबर 06 सदस्या थी. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
सोमे दुग्गा उम्र - 30 वर्ष, पी.पी.सी.एम. पी.एल.जी. ए. कम्पनी नम्बर 6 का सदस्य था. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
जुगनी कावड़े उर्फ अनिता पद - पी.पी.सी.एम.पी.एल.जी.ए. कम्पनी नंबर 6 की सदस्य थी. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
सुषील उर्फ धन्नी कोवाची पद - पी.पी.सी.एम.,पी.एल.जी.ए. कम्पनी नंबर 6 की सदस्य थी. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
दशमति पोयाम पद - पी.एल.जी.ए. कम्पनी नंबर 6 की सदस्य थी. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
मासे उर्फ शकीला, उम्र - 26 पद- पी.एल.जी.ए.कम्पनी नंबर 6 की सदस्य थी. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
सोमारू मंडावी, उम्र - 24 वर्ष पद - पी.एल.जी.ए. कम्पनी नंबर 6 का सदस्य था. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
मड़कम मंगू, पद - पी.एल.जी.ए. कम्पनी नंबर 6 का सदस्य था. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
अर्जुन उर्फ रंजीत नेताम, उम्र - 30 वर्ष, पद - पी.एल.जी. ए. कम्पनी नम्बर 6 का सदस्य था. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
सुन्दर उर्फ कमलू, पद - पी.एल.जी. ए. कम्पनी नम्बर 6 का पार्टी सदस्य था. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
मोहन मण्डावी, पद - पी.एल.जी. ए. कम्पनी नम्बर 6 का सदस्य था. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
अनिल डोड्डी, पद - पी.एल.जी. ए. कम्पनी नम्बर 6 का सदस्य था. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
जनीला उर्फ बुधरी कोवाची, उम्र - 40 वर्ष पद - पी.एल.जी. ए. कम्पनी नम्बर 6 की सदस्य थी. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
सुगदाय कष्यप, पद - पी.एल.जी. ए. कम्पनी नम्बर 6 का सदस्य था. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
सोमारू कड़ती, पद- पी.एल.जी. ए. कम्पनी नम्बर 6 का सदस्य था. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
सुमन उर्फ षांतो मड़काम, पद - पी.एल.जी. ए. कम्पनी नम्बर 6 की सदस्य थी. 8 लाख लाख का इनाम पुलिस ने रखा था.
मनोज उर्फ संपत मंडावी, उम्र 35 वर्ष, पद - आमदई एरिया कमेटी का सदस्य था. 5 लाख का इस पर इनाम था.
सुक्कु उर्फ गुड्डू सलाम, उम्र - 34 वर्ष पद - बयानार एरिया कमेटी का सदस्य था. 5 लाख का इस पर इनाम था.
विजय उर्फ सुकलू कोर्राम, पद - बयानार एरिया कमेटी का सदस्य था. 5 लाख का इस पर इनाम था.
सोनू कोर्राम, पद - बयानार एरिया कमेटी का सदस्य था. 5 लाख का इस पर इनाम था.
जमली मंडावी, उम्र - 36 वर्ष, पद - आमदई एरिया कमेटी की सदस्य थी. 5 लाख का इस पर इनाम था.
फूलो उर्फ सुंदरी ओयाम, उम्र- 30 वर्ष, पद - आमदई एरिया कमेटी की सदस्य थी. 5 लाख का इस पर इनाम था.
रोहन पद्दा उर्फ सोहन, पद - एसीएम डिवीजन कम्युनिकेशन की जिम्मेदारी देखता था. 5 लाख का इस पर इनाम था.
रामदेर कोर्राम, पद - बयनार एरिया कमेटी का सीनियर पार्टी सदस्य था. 5 लाख का इस पर इनाम था.
सीमा उर्फ जुगाय कोर्राम, बयनार एरिया कमेटी की सीनियर पार्टी सदस्य थी. पांच लाख का सरकार ने इसके ऊपर इनाम रखा था.
मंगलदई कश्यप, उम्र - 35 पद - एसजेडसीएम नीति की गार्ड थी. 2 लाख का सरकार ने इसके ऊपर इनाम रखा था.
जनबती कश्यप, पद - एसजेडसीएम नीति की गार्ड थी. 2 लाख का सरकार ने इसके ऊपर इनाम रखा था.
फूलमती पदामी, उम्र - 27 वर्ष, पद - आमदई एरिया पार्टी की सदस्य थी. 2 लाख का सरकार ने इसके ऊपर इनाम रखा था.
लोकेश उर्फ साबन पोयाम, पद - जनमिलिशिया का सदस्य था, दो लाख का सरकार ने इसके ऊपर इनाम रखा था.
फूलसिंग कोवाची, पद - जनमिलिशिया का सदस्य था. सालों से नक्सल संगठन से जुड़ा रहा.
मारे गए नक्सलियों पर 250 से ज्यादा केस थे दर्ज: मारे गए नक्सलियों पर 250 से ज्यादा मामले दर्ज थे. मुठभेड़ में मारे गयें 38 माओवादियों पर कुल 2.62 करोड़ का इनाम सरकार ने रखा था. इन पर जिला दन्तेवाड़ा, नारायणपुर, कोण्डागांव, बस्तर में कुल 250 से अधिक अपराध दर्ज थे. पुलिस रिकार्ड के मुताबिक मारे गए माओवादी पुलिस-नक्सली मुठभेड़ की 61 घटनाओं में शामिल रहे. 11 बार पुलिस कैंपों पर अटैक किया. आईईडी विस्फोट के 17 मामलों में शामिल रहे, आगजनी के इनपर 9 केस दर्ज थे. पोलिंग बूथ पर हमला करने जैसे गंभीर अपराधों में भी शामिल रहे. 23 ग्रामीणों की हत्या का भी इनपर आरोप है. इनके हमले में कई पुलिसवाले भी शहीद हुए.
बस्तर आईजी की चेतावनी: पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. ने कहा कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है. माओवादी संगठन से पुनः अपील है कि तत्काल हिंसात्मक गतिविधियों को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़े अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहें.