रायपुर: सर्दियों का मौसम हो और दिन छुट्टी का हो तो मजा आ जाता है. रायपुर के लोगों को प्रकृति से जोड़ने और उनकी छुट्टी को मजेदार बनाने के लिए फूलोंकी प्रदर्शनी लगी है. फूलों की प्रदर्शनी के साथ साथ सब्जियों की भी प्रदर्शनी लगाई गई है. राज्य स्तरीय प्रदर्शनी को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं. प्रदर्शनी का आयोजन ''प्रकृति की ओर'' सोसायटी, उद्यानिकी विभाग, नगर निगम, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय और जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड ने संयुक्त रुप से किया है.
फूलों और सब्जियों की प्रदर्शनी:आज प्रदर्शनी का अंतिम दिन है. 10 जनवरी से लेकर 12 जनवरी तक के लिए इसका आयोजन किया गया है. प्रदर्शनी में स्थानीय और देशी फूलों के साथ ही विदेशी फूलों को भी यहां पेश किया गया है. प्रदर्शनी का सबसे ज्यादा आनंद बच्चे उठा रहे हैं. बड़ों को भी प्रदर्शनी खूब भा रही है.
रायपुर में आया फूलों वाला बारहसिंघा (ETV Bharat)
शहर में फूलों का मेला (ETV Bharat)
जिनको प्रकृति से प्रेम है उनको ये प्रदर्शनी पसंद आर रही है. एक जगह पर कई तरह के कलेक्शन हैं. साल में एक बार यह प्रदर्शनी आयोजित होती है. छत्तीसगढ़िया फूलों के साथ साथ बाहर के फूलों को भी रखा गया है. मुझे लोकल गुलाब, सेवंती और गेंदा के फूल खूब पसंद आए - गिरिवर जांगड़े, पर्यटक
एक क्लिक तो बनता है (ETV Bharat)
शहर में फूलों का मेला (ETV Bharat)
मैं पहली बार इस तरह की प्रदर्शनी को देखने आई हूं. एक ही जगह पर देशी और विदेशी फूलों की भरमार है. पहले किताबों में ऐसा देखते थे आज हकीकत में देखा. सभी लोगों को यहां आना चाहिए. गुलाब के फूल और जापानी फूल बड़े सुंदर लगे - रेणुका, प्रकृति प्रेमी
रायपुर में आया फूलों वाला बारहसिंघा (ETV Bharat)
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शहरीकरण की वजह से लोग पर्यावरण की कमी महसूस कर रहे हैं. इसके साथ ही लोगों में जागरूकता की कमी देखने को मिल रही है. ऐसे में समिति का मकसद है कि लोगों को समाज को स्कूल के बच्चों को बुजुर्गों को प्रकृति से जोड़ना. हमारी संस्था का नाम ''प्रकृति की ओर'' है. इस आयोजन में पूरे प्रदेश से इसके साथ ही पूरे भारत देश के साथ ही विदेश के फूल भी इस प्रदर्शनी में लगाई गई है. बंगाल महाराष्ट्र जैसे राज्य के लोग यहां पहुंचे हुए हैं. लोगों में इस प्रदर्शनी को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है - डॉ अनिल चौहान, कोऑर्डिनेटर, प्रकृति की ओर सोसायटी
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15 सालों से हो रहा आयोजन: ''प्रकृति की ओर'' सोसायटी के ट्रेजरर जयेश पीथालिया ने बताया कि प्रकृति की ओर समिति की ओर से यह आयोजन पिछले 15 सालों से किया जा रहा है. यह संयुक्त आयोजन है. इस एग्जीबिशन में तीन कैटेगरी में कंपटीशन भी आयोजित होता है. छत्तीसगढ़ के 28 जिले के किसान अपने बेस्ट प्रोड्यूस फल और फ्रूट्स के साथ इस कंपटीशन में पार्टिसिपेट करते हैं. इसमें फर्स्ट सेकंड थर्ड प्राइस भी दिया जाता है. फ्लावर लवर के लिए फ्लावर्स की प्रदर्शनी भी लगाई जाती है. जिंदल पावर की ओर से यहां पर 10 हजार से अधिक गमले लगाए जाते हैं. बोनसाई ट्री लोगों के अट्रैक्शन का सेंटर है. यहां पर ऐसे भी प्लांट हैं जो 40 से 50 साल पुराने हैं.