उन्नाव: यूपी की राजधानी लखनऊ के पड़ोसी जिले उन्नाव में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. उन्नाव में इस समय गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से लगभग 12 सेंटीमीटर दूर है. जलस्तर बढ़ने से लोगों के चेहरे पर सिकन साफ तौर पर देखी जा सकती है. निचले हिस्सों में गंगा का पानी घरों-स्कूलों में घुस गया है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि बाढ़ की वजह से बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. बाढ़ के कारण लाइट काट दी गई है. उमस और गर्मी से बहुत दिक्कत हो रही है. राशन की समस्या है. घरों में कैद होने को सभी लोग मजबूर हो गए हैं. लोगों का कहना है कि बाढ़ की वजह से नौकरी करने नहीं जा पा रहे हैं, अब खाने पीने के लिए राशन की समस्या हो रही है.
उन्नाव में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का नजारा, महिलाओं ने बताईं समस्याएं. (वीडियो क्रेडिट; Etv Bharat) अगर बात करें सदर तहसील के गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के चंपा पुरवा, गोताखोर मोहल्ला, शाही नगर के जो निचले इलाके हैं, वहां बाढ़ का पानी घुस गया है. गंगा का जलस्तर अब चेतावनी बिंदु से महज 12 सेंटी मीटर दूरी पर है. ऐसे में लगातार पीछे से पानी छोड़े जाने से जलस्तर में वृद्धि हो रही है.
उन्नाव के गंगाघाट पर चेतावनी बिंदु 112 मीटर है. गंगा अभी चेतावनी बिंदु से महज कुछ दूरी पर है. लेकिन सदर तहसील, बांगरमऊ तहसील, बीघापुर, सफीपुर तहसील के गंगा किनारे बसे कई गांवों की तरफ गंगा का पानी मोहल्लों की तरफ बढ़ने लगा है.
उन्नाव के निचले हिस्से के मुहल्लों में गंगा का पानी घुसा. (फोटो क्रेडिट; Etv Bharat) वहीं गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के चम्पापुरवा में बाढ़ का पानी घुस गया है. जब ईटीवी भारत की टीम ने पानी से घिरे मोहल्ले का जायजा लिया तो क्षेत्र बाढ़ से डूबे नजर आए. वहीं जलस्तर बढ़ने से लोगों के चेहरे पर सिकन है. लोगों ने बताया कि प्रशासन ने चार नावों का इंतजाम कर दिया है, जिनसे काफी राहत है.
वहीं आज इलाके के 50 से ज्यादा लोग अपने घरों में ताला लगा कर वैकल्पिक स्थानों पर जा चुके हैं. कोई अपने रिश्तेदार तो कोई ऊंचे स्थानों पर झोपड़ी बना कर रहने को मजबूर है. जबकि बाढ़ प्रभावितों के लिए अभी तक शेल्टर और बाढ़ राहत केंद्र नहीं खोले गए हैं.
नाव के जरिए लोगों का आवागमन हो रहा. (फोटो क्रेडिट; Etv Bharat) इलाके में पीने के पानी और खाने के साथ ही मरीजों के लिए दवाओं की खासी दिक्कत हो रही है. लगातार बढ़ती गंगा अब अपने रौद्र रूप में आना शुरू हो गई है, जिस गति से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है, उसके हिसाब से प्रशासन की तैयारियां नाकाफी साबित होने वाली हैं.
उन्नाव में गंगा का खतरे का निशान. (फोटो क्रेडिट; Etv Bharat) स्थिति यह है कि कुछ परिवार अपने घर की छत पर दिन और रात काट रहे हैं. लोगों का कहना है कि बाढ़ की वजह से नौकरी करने नहीं जा पा रहे हैं, राशन की समस्या हो रही है. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.
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