मुंगेर: बिहार के मुंगेर में बीते दो दिनों तक स्थिर रहने के बाद एक बार फिर गंगा उफान पर है. जलस्तर में बढ़ोतरी होनी शुरू हो गयी है जो तेजी से डेंजर लेबल की ओर बढ़ने लगी है. गंगा में पानी का दबाव बढ़ने के कारण नीचले इलाकों में तेजी से पानी फैलना शुरू हो गया है. दियारा क्षेत्र के तीन पंचायतों के एक दर्जन से अधिक टोला व गांव पानी से घिर गया है. जबकि नदी-नालों से होकर बाढ़ का पानी दूसरे क्षेत्रों में भी पहुंचने लगी है. संभावना है कि रविवार की रात तक गंगा का जलस्तर वार्निंग लेबल 38.33 को पार कर जाएगा.
जिले में बाढ़ की आशंकाः फिलहाल गंगा नदी वार्निंग लेबल से 16 सेंटीमीटर नीचे बह रही. पिछले 23 घंटे में गंगा के जलस्तर में 29 सेंटीमीटर की बढोतरी हुई है. केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के अनुसार गंगा का जलस्तर 38.11 मीटर पर पहुंच चुका था. प्रति घंटा 2 सेंटीमीटर की रफ्तार से वृद्धि हो रही है. गंगा के जलस्तर में अभी वृद्धि जारी रहेगी. इस रफ्तार से भी जलस्तर में बढोतरी होती है तो जिले में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो जाएगी.
'दियारा क्षेत्रों में पानी घुसा' गंगा के जलस्तर में बढोतरी होने के कारण गंगा पार दियारा क्षेत्र के नीचले इलाकों में तेजी से पानी फैलने लगा है. सीताचरण, टीकारामपुर, कुतलुपुर बहियार के सैकड़ों एकड़ खेतों में पानी घुस गया है. कुतलुपुर, जाफरनगर एवं टीकारामपुर पंचायत का अधिकांश गांव बाढ़ के पानी से घिर गया है. जाफनगर पंचायत से निकलने वाली सड़क पर भी पानी 3 फीट तक लगा है.
'पशुपालकों को परेशानी':लोगों ने बताया जाता है कि बाढ़ का पानी फैलने से पशुओं के रख-रखाव में पशुपालकों को परेशानी होनी शुरू हो गयी है. जबकि पशुचारा की समस्या भी उत्पन्न हो गयी है. खेतों में लगा हरा पशु चारा डूब गया है. किसानों ने कहा कि इसी रफ्तार से पानी बढ़ा तो बाढ़ आ जाएगी. आम आवाम के साथ ही पशुओं को लेकर लोगों को घरबार छोड़ना पड़ जाएगा.