पलामूः जिला में सतबरवा थाना क्षेत्र के लेदवाखाड़ में औरंगा नदी की तेज धार में पांच युवक नौ घंटे तक फंसे रहे. इसके बाद में गांव के ही एक अमृत नामक युवक ने बहादुरी दिखाई और खुद पांचों युवक का रेस्क्यू किया. इस दौरान पुलिस एवं प्रशासन ने ड्रोन के माध्यम से पांचों युवक को मदद पहुंचने की कोशिश की थी लेकिन यह कोशिश विफल हुई.
पलामू के नावाजयपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले मुकेश परिया नामक युवक सतबरवा के लेदवाखाड़ स्थित अपने बहन के घर आया हुआ था. रविवार की सुबह मुकेश शौच के लिए औरंगा नदी में गया. मुकेश नदी के बीचोंबीच पहुंच गया था इसी बीच नदी में अचानक बाढ़ आ गई थी. बाढ़ के पानी में फंसने के बाद मुकेश ने किसी तरह बहन के परिजनों को इसकी सूचना दी. कई घंटे के मशक्कत के बाद भी ग्रामीण मुकेश को बाहर नहीं निकाल पाए.
अमृत ने पांचों युवकों का किया रेस्क्यू
लेदवाखांड के रहने वाले अमृत कुमार ने हालात को देखते हुए खुद ही उन युवकों को बचाने का फैसला किया. इसके बाद वो नदी में उतरा और तैरकर पांचों युवकों के पास पहुंचा. पांचों युवक जिस जगह पर फंसे थे उसे जगह से कुछ दूरी पर नदी में पेड़ों की श्रृंखला थी. अमृत ने पांचों युवकों का हौसला बढ़ाया और तैरने के तरीके को जानकारी दी. मानव श्रृंखला बनाकर पांचों युवक अमृत के साथ तैर कर पेड़ के पास पहुंचते गए. एक घंटे की कड़ी मेहनत के बाद अमृत के साथ पांचों युवक किनारे से सिर्फ 30 फीट की दूरी पर पहुंच चुके थे.
इसके बाद में ग्रामीणों की मदद से एक मानव श्रृंखला तैयार की गई और पांचों युवकों को नदी से बाहर निकाला गया. सभी की जान बचाने वाले अमृत ने बताया कि सबसे पहले पांचों युवक के हौसले को बढ़ाया गया था और तैरने के तरीके को बताया गया. शाम हो रही थी और पानी बढ़ने की उम्मीद थी खतरा बढ़ सकता था. जिस कारण सभी का रेस्क्यू करना जरूरी था. सभी युवक रविवार सुबह सात नदी में फंसे थे और शाम के पांच बजे बाहर निकल गए.
युवक की मदद करने गए गांव के चार युवक भी बाढ़ में फंसे