वाराणसी :घूस और वसूली के मामलों के कारण उत्तर प्रदेश पुलिस इन दिनों काफी चर्चा में है. कुछ दिन पहले ही 24 जुलाई को बलिया में ट्रकों से वसूली कर रहे करीब नरही के थानेदार, चौकी इंचार्ज समेत कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई थी. इसमें थानेदार की गिरफ्तार भी हुई. इससे पहले भी रिश्वत लेते कई पुलिस अफसर पकड़े जा चुके हैं. अब ताजा मामला वाराणसी का है. जहां लंका थाने में तैनात महिला दरोगा 10 हजार रुपये घूस लेते पकड़ी गईं.
महिला दरोगा अनोभा तिवारी वर्ष 2019 बैच की हैं. उन्हें मृतक आश्रित कोटे में नौकरी मिली थी. एंटी करप्शन के पास शिकायत की गई थी कि दहेज उत्पीड़न के एक मामले में जांच के दौरान उन्होंने परिवार वालों से 10000 रुपये की मांग की थी. इस पर पीड़ितों ने सूचना एंटी करप्शन को दी. इसके बाद एंटी करप्शन ने महिला दरोगा को रंगे हाथ पकड़ने का प्लान बनाया. बुधवार को पैसा देना तय हुआ. पीड़ित पक्ष घूस की रकम देने पहुंचा, इसी दौरान टीम ने महिला दरोगा को पकड़ लिया. इस घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं पकड़ी गई सब इंस्पेक्टर चिल्ला-चिल्ला के कहने लगी उसे फंसाया गया है.
इससे पहले बलिया में बड़ी कार्रवाई :इससे पहले 24 जुलाई की रात ही बलिया में बिहार बार्डर पर नरही थाना क्षेत्र में ट्रकों से वसूली मामले में बड़ी कार्रवाई की गई थी. ADG और DIG की रेड के बाद कुल 18 लोग गिरफ्तार किए गए थे. इसमें शासन ने एसपी बलिया देव रंजन वर्मा को हटा दिया था. साथ ही एडिशनल एसपी का भी तबादला कर दिया गया. इसी के साथ सीओ को सस्पेंड किया गया है. सीएम योगी ने सीओ, SHO नरही और चौकी प्रभारी काेरंटाडीह की सम्पत्ति के जांच के भी निर्देश दिए. इस मामले में SHO नरही पन्नेलाला मुकदमा दर्ज होने के बाद फरार हो गया था. गोरखपुर से उसकी गिरफ्तारी की गई.