हजारीबागः शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल मचाया है. परिजनों का कहना है कि डॉक्टों के हड़ताल में जाने के कारण महिला की मौत प्रसव के बाद हो गई. डॉक्टर हड़ताल में है इस कारण वो मरीज को देखने नहीं आए. जिस कारण एक हंसता खेलता परिवार उजड़ गया. परिजनों का यह भी कहना है कि अगर डॉक्टर को सरकारी अस्पताल में इलाज नहीं करना है तो उन्हें भर्ती भी नहीं करना चाहिए था. भर्ती करा कर महिला का प्रसव कराया और डॉक्टर दोबारा देखने के लिए मरीज को नहीं आए. जिस कारण मरीज की देर रात मौत हो गई.
परिजनों ने बताया कि दोपहर में बच्चा और उसकी मां ठीक थे. शाम होते-होते तबीयत खराब हो गई. इस दौरान डॉक्टर को बुलाया गया लेकिन डॉक्टर देखने के लिए नहीं पहुंचे. वहीं वार्ड में जो नर्स थी वह भी देखने के लिए नहीं आई. सभी ने हड़ताल होने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया. अंत में मरीज की मौत इलाज के अभाव में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हो गई. उन्होंने मांग की है कि जिस डॉक्टर ने मरीज को भर्ती किया है वह कागज दिया जाए. ताकि उस पर कार्रवाई की जा सके.
मृतक का नाम बबीता कुमारी है, जो 28 वर्ष की थी. उसे मंगलवार को शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था. वो मूल रूप से कटकमदाग क्षेत्र के कूद गांव की रहने वाली थी.