झाड़फूंक से सर्पदंश का इलाज! गौरेला पेंड्रा मरवाही में चली गई दो लोगों की जान - died due to snakebite in GPM - DIED DUE TO SNAKEBITE IN GPM
गौरेला पेंड्रा मरवाही में सांप काटने से दो लोगों की मौत हो गई. डॉक्टर का कहना है कि इलाज में देरी के कारण मौत हुई है. फिलहाल दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
गौरेला पेंड्रा मरवाही:गौरेला पेंड्रा मरवाही में दो लोगों की मौत हो गई. खास बात यह है कि दोनों ही मौत सर्पदंश की वजह से हुई है. सर्पदंश के इलाज के लिए झाड़फूंक की आशंका जताई जा रही है. डॉक्टर भी मानते हैं कि इलाज में देरी की वजह से ही दोनों ने दम तोड़ दिया.
ये है पहला मामला:पहला मामला जिले के भस्कुरा गांव का है. यहां टिकराटोला निवासी विजय अगरिया बीते रात घर में खाना खाने के बाद अपनी पत्नी के साथ कमरे के जमीन पर सो गया था. रात को लगभग दो बजे के आसपास विजय को अहसास हुआ कि उसे किसी जहरीले सांप ने काट लिया है. इसके बाद विजय की पत्नी घर ने और लोगों को भी इसकी जानकारी दी. जिसके बाद परिजन विजय को अस्पताल ले जाना छोड़ गाव के एक वैद्यराज को घर बुला लाए. विजय का वैद्यराज ने इलाज करना शुरू कर दिया. हालांकि समय के साथ विजय की हालत सुधरने के बजाए बिगड़ने लगी. इसके बाद घर वालों ने लगभग 3 घंटे बाद 108 संजीवनी एक्सप्रेस की मदद से उसे जिला अस्पताल लेकर आए. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. चिकित्सकों ने बताया कि अस्पताल पहुंचने में देरी होने के कारण विजय की मौत हुई है. मृतक की परिजन का कहना है, "पहले वैद्य को बुला कर इलाज कराए. जब हालत बिगड़ने लगी तो अस्पताल लाए. एंबुलेंस लाने में भी देरी हो गई. अस्पताल में इलाज के दौरान डॉक्टरों ने विजय को मृत घोषित कर दिया."
सांप के काटने पर ग्रामीण वैद्य और झाड़फूंक के चक्कर में पड़ जाते है. उन्हें सही उपचार मिलने में देरी हो जाती है. कहीं न कहीं ऐसी मौतों के पीछे जागरूकता की कमी एक बड़ा कारण होता है. ऐसे में जितने जल्दी से जल्दी पीड़ित को इलाज मिल जाए और सही समय पर अगर इलाज मिलता है तो पीड़ित व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है.-द्वारिका कोल, स्नेक रेस्क्यू मेन
ये है दूसरा मामला:दूसरा मामला पेण्ड्रा के कुड़कई गांव का है. यहां रहने वाली 16 साल की रोशनी भरिया घर में जमीन पर सोई हुई थी. रात में दो बजे के आसपास उसे सांप ने काटा. इसके बाद रोशनी जाग गई और सांप को बिस्तर से बाहर फेंका इतने में घर वाले सभी लोग जाग गए. लेकिन किसी ने भी उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया. सभी घरेलू उपचार में लगे रहे. हालांकि सुबह 5 बजे परिजन रोशनी को लेकर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां इलाज के दौरान रोशनी की मौत हो गई. रोशनी को जिस जहरीले सांप ने काटा, उसे परिजनों ने रस्सी से बांधकर एक डिब्बे में बन्द कर दिया था. सांप ने एक चूहे के बच्चे को पहले निगला. चूहे की भी मौत हो गई. मृतका के परिजन का कहना है कि, "देर रात सांप ने काट लिया था. देर से अस्पताल लाए. हमें समझने में थोड़ी देर हो गई. सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई." बता दें कि दोनों ही मामलों में कहीं न कहीं इलाज में देरी मौत की वजह बनी.