कुरुक्षेत्र: लाडवा विधानसभा सीट की गिनती हरियाणा की हॉट सीटों में हो रही है. इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है. बीजेपी की तरफ से इस सीट पर नायब सैनी चुनावी मैदान में हैं, तो कांग्रेस ने मेवा सिंह पर भरोसा जताया है. इंडियन नेशनल लोकदल ने बड़शामी परिवार से सपना में चुनावी रण में उतारा है. यहां की जनता का भरोसा किस पर है. यही जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम लाडवा विधानसभा पहुंची. पीपली अनाज मंडी में ईटीवी भारत की टीम ने किसानों से बातचीत की और जाना कि वो किन मुद्दों पर और किस पार्टी को वोट देंगे.
बीजेपी से नाराज हैं किसान: पीपली अनाज मंडी में कई जिलों के किसान धान की फसल लेकर पहुंचे थे. ईटीवी भारत की टीम ने जब उनसे चुनावी मूड जाना तो किसानों ने कहा कि वो इस बार कांग्रेस पार्टी यानी मेवा सिंह को वोट देंगे. किसानों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किसानों पर बहुत अत्याचार किया है. जिसे किसान कभी भी भूल नहीं सकते. बीजेपी ने तो ऐसी हालत कर दी थी कि हरियाणा और देश की मंडियां खत्म हो जाती. किसानों ने कहा कि लाडवा विधानसभा सीट से वो भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और कार्यवाहक मुख्यमंत्री को अपना विधायक नहीं चाहते. किसानों ने कहा कि हम चाहते हैं कि इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार मेवा सिंह जीते.
बदलाव चाहते हैं किसान: कुछ किसानों का कहना था कि सभी सरकारें अच्छा काम नहीं कर सकती और बुरा भी नहीं कर सकती. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी ने कुछ अच्छे काम किए हैं, तो कुछ बुरे काम किए हैं, लेकिन हम उनके ना ही अच्छे कामों पर जा रहे हैं और ना ही बुरे कामों पर जा रहे हैं. हम चाहते हैं कि पिछले 10 सालों से हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. इस बार हरियाणा में बदलाव होना चाहिए. अगर बदलाव होता है, तो उनके राज्य में ज्यादा विकास कार्य दूसरे सरकार के द्वारा करवाए जाते हैं. ऐसे में बदलाव के चलते हरियाणा में विकास की नई गति मिलती है और जो भी पार्टी सत्ता में बदलाव के बाद आती है. वो ज्यादा विकास कार्य करवाने का काम करती है.
सीएम सिटी पर किसानों का कटाक्ष: करनाल छोड़कर लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने पर किसानों ने कहा कि अगर हरियाणा में बीजेपी की सरकार बन भी गई, तो क्या गारंटी है कि सीएम नायब सैनी ही बनेंगे? किसानों ने कहा कि पंजाब चुनाव में पिछली बार कांग्रेस पार्टी ने दो-तीन महीने पहले मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया था. ऐसे में क्या पता. ये भी भारतीय जनता पार्टी का लोकसभा चुनाव में वोट लेने का स्टंट हो और इसी का चलते उन्होंने नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया हो और आगे उनको मुख्यमंत्री ना बनाया जाए. ऐसा भी हो सकता है.
लाडवा विधानसभा क्षेत्र में त्रिकोणीय मुकाबला: कुछ लोगों ने दावा कि लाडवा विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला दिखाई दे रहा है, क्योंकि यहां पर भारतीय जनता पार्टी से मुख्यमंत्री खुद चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं कांग्रेस पार्टी से मौजूदा विधायक मेवा सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. बड़शामी का परिवार भी यहां से चुनाव लड़ रहा है. बड़शामी का लाडवा विधानसभा में काफी अच्छा रुतबा रहा है. ऐसे में उनके यहां अभी काफी अच्छा जन समर्थन है. जिसके चलते लाडवा विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला दिखाई दे रहा है, लेकिन हमारी रिपोर्ट के अनुसार यहां पर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी में कड़ा मुकाबला है.