जयपुर :संविधान दिवस के अवसर पर मंगलवार को संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम), केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और स्वतंत्र क्षेत्रीय फेडरेशनों ने केंद्र सरकार की कथित श्रमिक और किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. धरने को विभिन्न श्रमिक संगठनों और किसान नेताओं ने संबोधित किया.
चार श्रम कानूनों को वापस लेने की मांग :केंद्रीय श्रमिक संगठनों के आह्वान पर इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू, आरसीटू और एक्टू समेत अन्य संगठनों ने केंद्र सरकार द्वारा पारित चार श्रमिक विरोधी कानूनों को वापस लेने, न्यूनतम वेतन को 26 हजार रुपए करने और सभी फसलों के लिए C2+50 प्रतिशत फार्मूले के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी रूप से लागू करने की मांग की. इन मांगों को लेकर किसान और मजदूर संगठनों ने प्रदेशभर में जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया.
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किसानों के आंदोलन की याद :संयुक्त किसान मोर्चा के नेता संजय माधव ने कहा कि आज 26 नवंबर संविधान दिवस के साथ-साथ उस ऐतिहासिक दिन की भी याद दिलाता है, जब 4 साल पहले किसानों ने दिल्ली की ओर कूच किया था और राष्ट्रव्यापी हड़ताल की थी. इस आंदोलन के दौरान 720 किसानों ने अपनी जान गंवाई थी, उस समय सरकार ने किसानों की मांगों को स्वीकारते हुए कानून वापस लेने की घोषणा की थी और एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी समेत अन्य वादे किए थे, लेकिन चार साल बीतने के बावजूद इनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया.