करनाल/नूंह/सिरसा/चरखी दादरी/भिवानी/फतेहाबाद: दिल्ली कूच को लेकर पंजाब के किसान शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं. अब हरियाणा के किसानों का समर्थन भी पंजाब के किसानों को मिलना शुरू हो गया है. कई खाप पंचायतों ने भी किसान आंदोलन का समर्थन किया है. इस बीच बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर हरियाणा में किसानों ने बीजेपी जिला कार्यालयों में प्रदर्शन किया. इस दौरान सरकार का पुतला फूंक कर नारेबाजी की गई.
करनाल में किसानों ने फूंका सरकार का पुतला: करनाल में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को सैकड़ों की संख्या में किसान भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय के बाहर इकट्ठा हुए और उन्होंने जमकर प्रदर्शन किया. मौके पर भारी पुलिस बल भी तैनात रहा. किसानों ने कहा कि सरकार को एमएसपी की मांग को पूरा करना चाहिए. किसान चाहते हैं कि 23 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जाए.
नूंह में किसानों का प्रदर्शन: भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर नूंह में भी दर्जनभर ट्रैक्टर लेकर किसान लघु सचिवालय पहुंचे. इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा. जिन्होंने किसानों को समझा कर वापस भेज दिया. इससे पहले किसानों ने सरकार का पुलता फूंका और जमकर नारेबाजी की. किसान नेता आजाद खेड़ी कंकर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार किसानों के साथ गलत व्यवहार कर रही है. दिल्ली के चारों तरफ बड़ी तादाद में किसान बैठे हुए हैं. ये सरकार किसानों की हितैषी नहीं हैं. किसानों पर जुल्म ढा रही है. किसान नेता ने कहा कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
सांसद सुनीता दुग्गल के आवास का घेराव: सिरसा में किसानों ने सांसद सुनीता दुग्गल का पुतला फूंक कर प्रदर्शन किया. सबसे पहले किसान सिरसा के शहीद भगत सिंह स्टेडियम में इकट्ठा हुए और पैदल मार्च कर सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल के आवास का घेराव किया. किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग की हुई थी, लेकिन किसान बैरिकेडिंग को पार कर सुनीता दुग्गल के आवास के नजदीक पहुंच गए. जहां किसानों ने धरना लगा कर जमकर नारेबाजी की. इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि शंभू बॉर्डर पर सरकार किसानों के ऊपर अत्याचार कर रही है. उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की मांग नहीं मानी जाएगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.