फरीदाबादःकेन्द्रीय श्रम मंत्रालय की एक सेवानिवृत महिला अधिकारी से 40 लाख का फ्रॉड करने के मामले में साइबर थाना एनआईटी की टीम ने कार्रवाई की है. मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के पास से 57,000 रुपए नकद बरामद किए गए हैं. इन आरोपियों को 7 दिन तक पुलिस रिमांड में रखा गया था. रिमांड पूरा होने पर पुलिस ने अदालत में पेश किया गया. वहीं, मामले में फरार अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.
डिजिटल अरेस्ट कर हुआ साइबर फ्रॉडःपुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह ने बताया कि 10 जनवरी को पोर्टल के माध्यम से फरीदाबाद की ग्रीन वैली में रहने वाली एक महिला की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है. पीड़ित महिला केन्द्रीय श्रम मंत्रालय की सेवानिवृत अधिकारी है. साइबर ठगों ने 11 से 29 नवंबर तक महिला को हाउस अरेस्ट/डिजिटल अरेस्ट कर रखा. इस दौरान उनके साथ 40 लाख रुपए का फ्रॉड किया.
एक अनजान कॉल, 40 लाख स्वाहाःपीड़ित महिला ने बताया कि एक अनजान नंबर से कॉल आया था. कॉल करने वाले ने पीड़ित महिला पर कई लोगों से जबरन वसूली का आरोप लगाया. इसके बाद कॉलर ने एक फर्जी पुलिस अधिकारी से बात कराई. फर्जी पुलिस अधिकारी ने कॉल पर पीड़ित महिला को कहा कि आपके आधार नंबर का उपयोग कर मुंबई स्थित केनरा बैंक में एक खाता खोला गया है.
खाते में 6 करोड़ फर्जी लेन-देन का डर दिखायाःपीड़ित महिला को डराया गया किखाते में लगभग 6 करोड़ का अवैध लेनदेन किया गया है. फर्जी पुलिस अधिकारी ने फोन पर महिला को बताया कि आपके खिलाफ नरेश गोयल नाम के एक व्यक्ति ने शिकायत दे रखी है. आपके खिलाफ पर्याप्त सबूत भी हैं. आपके खाते में अवैध धन आया है. इन अवैध गतिविधियों पर मुंबई में भी कई अन्य एफआईआर दर्ज है. गिरफ्तारी वारंट और संपत्ति जब्ती के लिए वारंट जारी किया गया है.
फर्जी दस्तावेज भेज पहले डराया, फिर 40 लाख खाते से उड़ायेःसाइबर ठगों ने महिला पर दवाब बनाने के लिए कई दस्तावेज भी भेजे और कहा कि जब तक आपको कहा ना जाए, आप घर से बाहर मत निकालना. इस तरह पीड़ित महिला साइबर ठगों के झांसे में आ गई. साइबर ठगों ने पीड़ित महिला को 11 से 29 नवंबर तक हाउस अरेस्ट कर 40 लाख रुपए का फ्रॉड किया. इसके बाद जब पीड़ित महिला को अपने साथ हुए ठगी का एहसास हुआ तब उन्होंने मामले में साइबर थाना NIT में मामला शिकायत दर्ज करवाई.
शिकायत के बाद पुलिस ने बनाई टीमःकेन्द्रीय श्रम मंत्रालय कि सेवानिवृत महिला अधिकारी से डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 40 लाख की धोखाधड़ी के मामले में थाना साइबर अपराध NIT को जैसे ही शिकायत प्राप्त हुई, वैसे ही फरीदाबाद साइबर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए एक टीम बनाई.
पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता के द्वारा फरीदाबाद में साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए साइबर अपराध में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने के दिए गए दिशा निर्देश पर पुलिस ने कार्रवाई की. टीम में PSI अंशुल, सहायक उप निरीक्षक सतबीर, मुख्य सिपाही विकास, मुख्य सिपाही सचिन, सिपाही बिजेंदर को शामिल किया गया. जांच में तेजी लाई गई. इस दौरान पुलिस ने तीन आरोपी ऋषिकेश सिंह उर्फ डब्लू सिंह, समीर और तरुण गोयल को गिरफ्तार किया है.
ऋषिकेश के खाते में गया था 30 लाखःआरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि वारदात में प्रयोग SBI बैंक अकाउंट जिसमें ठगी के 30 लाख रुपये आये थे, वो आरोपी ऋषिकेश के नाम से ही है. उस खाते में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर भी ऋषिकेश सिंह के पास है, जिससे पैसों को अन्य बैंक खातों में ट्रान्सफर करके वह नकद निकलवाता था. आरोपी समीर अलग-अलग बैक खातों के ATM से पैसे निकलवा कर ऋषिकेश को देता था. वहीं आरोपी तरुण गोयल इसके बदले बिट क्वाइन (USDT) उपलब्ध कराता था.
50 फीसदी हिस्सा लेता था ऋषिकेशःऋषिकेश सिंह साइबर फ्रॉड के मामलों में 50 फीसदी पैसा लेता था, जिसको वह ऑपरेट करने के लिए अन्य सह आरोपियों का सहयोग लेता था. वहीं आरोपी समीर अपने काम के लिए 10 फीसदी हिस्सा लेता था. आरोपी तरुण USDT के लिए 5 फीसदी हिस्सा लेता था.
ये भी पढ़ेंःफरीदाबाद में डिजिटल अरेस्ट कर महिला से एक करोड़ से ज्यादा की ठगी, अंतरराज्यीय गिरोह के 9 सदस्य गिरफ्तार - CYBER FRAUD IN HARYANA