गया : बिहार के गया में एटीएस और गया पुलिस की संयुक्त कार्रवाई चली. इस कार्रवाई में जाली नोट के तस्कर को गिरफ्तार किया गया है. यह मामला 2015 से जुड़ा है. जाली नोट के मामले में वर्ष 2015 में हुई कार्रवाई में फतेहपुर थाना के जेहली बिगहा निवासी कमलेश कुमार को गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में जमानत मिलने के बाद से यह फरार चल रहा था.
जमानत मिलने के बाद से था फरार : जानकारी के अनुसार, वर्ष 2015 में बिहार एटीएस की टीम ने विभिन्न धाराओं के तहत कमलेश कुमार मामला दर्ज किया था. हालांकि एटीएस की टीम द्वारा गिरफ्तार कमलेश कुमार इस बड़े कांड में जमानत मिलने के बाद से फरार हो गया था. उसकी फरारी की भनक लगने के बाद बिहार एटीएस और बिहार पुलिस की टीम उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी, लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी.
निकला था कुर्की वारंट : कमलेश कुमार के फरार रहने की स्थिति में विशेष न्यायालय एटीएस (पटना) से इसके विरुद्ध धारा 83 दंड प्रक्रिया संहिता के तहत कुर्की वारंट भी निकला हुआ था. वहीं, ग्राम जेहली बीघा में ही मारपीट के मामले में इसके विरुद्ध अनुसूचित जाति जनजाति गया थाना कांड संख्या 52/24 भी 4 अक्टूबर 24 को दर्ज की गई थी.
''बिहार एटीएस और फतेहपुर थाना की पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक की गिरफ्तारी की गई है. जाली नोटों की तस्करी के मामले में फरार घोषित कमलेश कुमार फतेहपुर थाना क्षेत्र के जेहली बिगहा निवासी को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी के बाद अग्रतर कार्रवाई की जा रही है.''-प्रशांत कुमार सिंह, थानाध्यक्ष, फतेहपुर
जाली नोट मामले में देवेंद्र सिंह ने किया था सरेंडर : वहीं, कमलेश कुमार का एक साथी देवेंद्र सिंह भी जाली नोट के मामले में संलिप्त पाया गया था. इस केस में पुलिस की लगातार छापेमारी और दबाव के बीच उसने विशेष न्यायाधीश विशेष न्यायाधीश एटीएस पटना के न्यायालय में 18 अक्टूबर 2024 को आत्म समर्पण कर दिया था. किंतु कमलेश कुमार लगातार फरार चल रहा था.