लोकसभा चुनाव का रण (ETV Bharat jaipur) जयपुर. लोकसभा चुनाव के रण में राजस्थान की 25 सीटों पर जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगा. यह 4 जून को साफ होगा. हालांकि, सात चरण का मतदान खत्म होने के बाद विभिन्न एजेंसियों ने एग्जिट पोल के जो अनुमान जारी किए हैं. उनमें भाजपा के उन दावों को झटका लगता दिख रहा है. जिनमें भाजपा के नेता सभी 25 सीटें जीतकर 25-0 की हैट्रिक लगाने की बात कर रहे हैं. एग्जिट पोल के ज्यादातर अनुमानों में भाजपा को 23 सीट मिलने का दावा किया जा रहा है. हालांकि, कांग्रेस एग्जिट पोल के इन अनुमानों से इत्तेफाक नहीं रख रही है.
कांग्रेस का दावा है कि राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों में से पार्टी 7 से 12 सीट पर जीत दर्ज कर दस साल का सूखा खत्म करेगी. दरअसल, कांग्रेस का खेमा चूरू, झुंझुनूं, दौसा, भरतपुर, करौली-धौलपुर, टोंक-सवाई माधोपुर और बाड़मेर सीट पर अपनी जीत को लेकर आशान्वित है. जबकि दो सीट (नागौर और सीकर) में भी कांग्रेस इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार की जीत के दावे कर रही है. सीकर से सीपीआईएम-कांग्रेस गठबंधन के अमराराम और नागौर से रालोपा-कांग्रेस गठबंधन के हनुमान बेनीवाल चुनावी मैदान में हैं. इसके साथ ही श्रीगंगानगर, जयपुर ग्रामीण, कोटा, बांसवाड़ा और जालोर में कांटे की टक्कर मानी जा रही है. ऐसे में अगर कांग्रेस आशा के अनुरूप सीट निकाल पाती है तो भाजपा को 15-16 सीट पर संतोष करना पड़ सकता है.
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इन सीटों के परिणाम पर रहेगी सबकी नजर :राजस्थान की कोटा, बाड़मेर, बांसवाड़ा, नागौर, जालोर और बीकानेर सीट के परिणाम पर सबकी निगाहें हैं. कोटा में लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला के सामने कांग्रेस के प्रह्लाद गुंजल मैदान में हैं. बांसवाड़ा में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए महेंद्रजीत सिंह मालवीय का मुकाबला कांग्रेस समर्थित और भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार रोत से है. बाड़मेर में भाजपा के कैलाश चौधरी और कांग्रेस के उम्मेदाराम बेनीवाल के साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी रवींद्र सिंह भाटी ताल ठोक रहे हैं. नागौर में हनुमान बेनीवाल और भाजपा की ज्योति मिर्धा का सियासी भविष्य यह चुनाव तय करेगा. वहीं, जालोर में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के सियासी कॅरियर की दिशा तय होगी. उनका मुकाबला भाजपा के लुंबाराम चौधरी से है. वहीं, बीकानेर में मोदी सरकार के मंत्री अर्जुनराम मेघवाल का मुकाबला कांग्रेस के गोविंदराम मेघवाल से है.
दो चुनाव में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं :दरअसल, साल 2014 और 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को एक भी सीट पर जीत नसीब नहीं हुई थी. साल 2014 में जहां मोदी लहर का असर पूरे राजस्थान में दिखा था और सभी 25 सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी. जबकि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी. उस चुनाव में 24 सीट भाजपा के खाते में गई थी. जबकि एक सीट नागौर पर भाजपा ने हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से गठबंधन किया और हनुमान बेनीवाल ने चुनाव लड़कर जीत दर्ज की थी. अब हनुमान बेनीवाल का कांग्रेस के साथ गठबंधन है और एक बार फिर वे नागौर से चुनावी मैदान में हैं.