चंडीगढ़ :पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ का चंडीगढ़ कॉन्सर्ट होने के पहले भी विवादों और सुर्खियों में था और अब कॉन्सर्ट ख़त्म हो जाने के बाद भी विवादों से दिलजीत दोसांझ के कॉन्सर्ट का पीछा नहीं छूट रहा है.
मोबाइल टावर लगाने की परमिशन दी थी :पंजाबी गायक दिलजीत दोसांझ के कॉन्सर्ट के लिए 13 दिसंबर को सेक्टर 34 में एक प्राइवेट मोबाइल कंपनी को एग्जीबिशन मैदान में तीन अस्थाई मोबाइल टावर लगाने की अनुमति दी गई थी. ये टावर 14 दिसंबर को दिलजीत दोसांझ के शो के दौरान बेहतर नेटवर्क कवरेज के लिए लगाए गए थे. इसके लिए कंपनी ने नगर निगम के खाते में 20,000 रुपए शुल्क भी जमा करवाया था.
वरिष्ठ अफसरों से नहीं ली गई मंजूरी :हांलांकि अब खुलासा हुआ है कि एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने प्राइवेट मोबाइल कंपनी को एग्जीबिशन मैदान में तीन अस्थाई मोबाइल टावर लगाने की अनुमति अपने स्तर पर दी थी और इसके लिए नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों से किसी तरह की कोई मंजूरी नहीं ली गई थी. मामले को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने इस पूरे मामले का संज्ञान लिया और चीफ इंजीनियर को जांच के आदेश दिए थे. इसके अलावा एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अजय गर्ग को तीन दिनों का कारण बताओ नोटिस भी दिया था.
एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अजय गर्ग सस्पेंड :एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अजय गर्ग के जवाब से संतुष्ट ना होने पर अब नगर निगम कमिश्नर ने अजय गर्ग को सस्पेंड कर दिया है. वही नगर निगम के अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि किसी भी मामले में नियमों की अनदेखी को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.