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वसुंधरा राजे बोली- राजनीति का दूसरा नाम उतार-चढ़ाव, 'पद' का 'मद' आ जाए तो 'कद' कम हो जाता है - Madan Rathore Oath Ceremony

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 3, 2024, 4:03 PM IST

Updated : Aug 3, 2024, 6:04 PM IST

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के शपथ ग्रहण समारोह में कार्यकर्ताओं को राजनीति की सीख दी. राजे ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय के आयोजित सभा मे कहा का राजनीति का दूसरा नाम उतार चढ़ाव है. ऐसे में पद का मद नहीं होना चाहिए, कद हमेशा काम से बनता है और वही स्थाई रहता है.

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (ETV Bharat (File Photo))

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (ETV Bharat jaipur)

जयपुर :पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने एक बार फिर नेताओं और कार्यकर्ताओं को इशारों-इशारों में राजनीति की सीख दी. राजे ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि राजनीति में कोई भी चीज स्थाई नहीं है. राजनीति का दूसरा नाम उतार चढ़ाव है, इसलिए किसी भी व्यक्ति को पद का मद नहीं रखना चाहिए. हमेशा काम से कद बनता है और वहीं स्थाई रूप से रहता है. भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के सपथ ग्रहण समारोह में पहुंची राजे ने कहा कि आप कि यह राह आसान नहीं है. सब के साथ आगे बढ़ना है.

पूर्व सीएम राजे ने कहा कि मदन राठौड़ को संगठन का लंबा अनुभव है. दो बार विधायक, चार पर जिला अध्यक्ष, राज्यसभा सांसद रहे हैं. पार्टी ने आम जनता से जुड़े जिम्मेदार कार्यकर्ता को बड़ी जिम्मेदारी दी है, जिसे राठौड़ बखूबी पूरा करेंगे. राजे ने इस मौके पर पंजाब के नए राज्यपाल गुलाबंद कटारिया और सिक्किम के नए राज्यपाल ओम माथुर को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय नेतृत्व का आभार, जिन्होंने संगठन के कर्मठ कार्यकर्ता को कमान सौंपी. मदन राठौड़ पर भरोसा है कि ये सबका साथ सबका विकास थीम पर काम करेंगे. हालांकि, सबको साथ लेकर चलना बहुत मुश्किल काम है, लेकिन मदन राठौड़ ने मेरे साथ काम किया है. उनकी कार्यशैली को अच्छे से समझती हूं. मदन राठौड़ धैर्यशील व्यक्ति हैं. इसी धैर्य का इनाम मदन राठौड़ को मिला है.

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राजनीति का दूसरा नाम उतार चढ़ाव :इसके बाद वसुंधरा राजे ने कहा कि राजनीति का दूसरा नाम है उतार-चढ़ाव. हर व्यक्ति को इस दौर से गुजरना पड़ता है. इसमें व्यक्ति के समक्ष 3 चीजें आती हैं, पद, मद और कद. पद और मद स्थाई नहीं होते, लेकिन कद स्थाई होता है. राजनीति में यदि किसी को पद का मद आ जाए तो फिर उसका कद कम हो जाता है. आज कल लोगों को पद का मद आ ही जाता है, लेकिन मदन राठौड़ को कभी पद का मद नहीं आएगा. उन्होंने कहा कि उनकी नजर में सबसे बड़ा पद है 'जनता की चाहत, जनता का प्यार और जनता का विश्वास'. ये ऐसा पद है जिसको कोई किसी से नहीं छीन सकता.

गुट के साथ नहीं सबके साथ काम करें :पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश की जिम्मेदारी मदन राठौड़ को सौंपी है, इसलिए सबको साथ लेकर काम करना है. राजे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मदन राठौड़ जैसे कर्मठ, समर्पित, सेवाभावी और ईमानदार कार्यकर्ता को देश के सबसे बड़े प्रदेश राजस्थान भाजपा की कमान सौंपी है. मदन राठौड़ पर पूरा भरोसा है कि ये सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की थीम पर सब को साथ लेकर आगे बढ़ेंगे. जो नई जिम्मेदारी मिली है, वो राह आसान नहीं होगी. ऐसे में सबको साथ लेकर चलना होगा. वसुंधरा राजे ने इशारों ही इशारों में पिछले कुछ सालों में भाजपा में चल रही गुटबाजी का संदेश मदन राठौड़ को देने की कोशिश की.

वसुंधरा इशारों में दे रही संदेशः राजस्थान में विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बनने के बाद पूर्व सीएम वसुंधरा राजे कई मौके पर विरोधियों से लेकर आलाकमान को इशारों में संदेश देती नजर आ रही हैं. इस बार राजे की जगह भजनलाल शर्मा को पार्टी आलाकमान ने प्रदेश की कमान मुख्यमंत्री के तौर पर सौंपी है. इसके बाद वसुंधरा राजे ने सीधे तौर पर तो कभी भी अपनी नाराजगी नहीं जताई है, लेकिन कई मौके पर सियासी बयानों के जरिए विरोधियों को कड़ा संदेश जरूर देती रही हैं. आज के कार्यक्रम के दौरान जहां वसुंधरा राजे ने पद, मद और कद के जरिए विरोधियों से लेकर आलाकमान तक को साधा है. वहीं, इससे पहले जून महीने में उदयपुर में आयोजित विशिष्टजन समारोह के दौरान भी वसुंधरा राजे ने इशारों में विरोधियों को कड़ा संदेश दिया था. इस दौरान वसुंधरा राजे ने कहा था कि 'आज लोग उसी अंगुली को पहले काटने की कोशिश करते हैं, जिसे वे पकड़कर चलना सीखते हैं'.

Last Updated : Aug 3, 2024, 6:04 PM IST

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