गोरखपुर : हाथरस जैसी घटना ने इंजीनियरिंग के छात्रों को क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम विकसित करने के लिए विवश किया है. इसी क्रम में गोरखपुर के इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट गीडा के कंप्यूटर साइंस के छात्रों ने एक यंत्र विकसित किया है, जिसका उन्होंने नाम दिया है 'क्राउड कंट्रोल अलार्म डिवाइस'.
हाथरस सत्संग में मची भगदड़ की घटना और मौत को देखते हुए भविष्य में दोबारा ऐसी घटना न हो इसके लिए कंप्यूटर साइंस प्रथम वर्ष के छात्र अंशित श्रीवास्तव और उसके साथी ने मिलकर तीन दिनों के अंदर कॉलेज के इन्नोवेशन लैब में इस डिवाइस का आविष्कार किया है. सत्संग, कथा, जनसभा आदि स्थानों पर स्थानीय पुलिस अधिकारियों द्वारा मिली निर्धारित संख्या सें अधिक भीड़ होने पर तत्काल डिवाइस पुलिस को सूचना देगी, जिससे नजदीकी पुलिस समय रहते स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहे और अत्याधिक भीड़ एकत्र होने पर आयोजकों पर कार्रवाई कर सके. छात्रों ने इस उपकरण को क्राउड अलार्म नाम दिया है जो भीड़ नियंत्रण और सूचना संकलन का काम करेगा.
छात्र अंशित श्रीवास्तव ने बताया कि इस क्राउड अलार्म डिवाइस को कथा आयोजन के कैंप में प्रवेश द्वार पर लगाया जाएगा. जिससे अंदर प्रवेश करने वाले का डेटा डिवाइस स्क्रीन पर, नम्बरों के माध्यम सें पुलिस थाने में दिखता रहेगा. पुलिस अधिकारी द्वारा दी गई अनुमति से ज्यादा भीड़ उस जगह पर इकठ्ठा होती है तो ये क्राउड डिवाइस मोबाइल नेटवर्क के माध्यम से थाने के अधिकारी के नम्बर पर कॉल कर सूचना देने का काम करता है, जिससे पुलिस अधिकारी समय रहते उचित कार्रवाई कर सके. इसे बनाने में मात्र दस से बारह हजार रुपये का खर्च आया है.