नई दिल्ली:दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली को लेकर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी का मुखपत्र बन गया है. इससे पहले भी आम आदमी पार्टी चुनाव प्रक्रिया और ईवीएम आदि को लेकर दोषारोपण करती रही है. इस बार आतिशी ने चुनाव आयोग से मिले नोटिस की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए हैं.
आतिशी ने कहा, 'शुक्रवार सुबह 11:45 पर चुनाव आयोग द्वारा भेजा गया नोटिस ईमेल से प्राप्त हुआ. जबकि आधे घंटे पहले सुबह 11:15 बजे तमाम टीवी चैनलों पर इस नोटिस के बारे में खबरें चलनी शुरू हो गई थी. इससे उन्हें भी जानकारी मिली थी. बीजेपी के खिलाफ शिकायत करने के लिए चुनाव आयोग समय नहीं देता है, लेकिन बीजेपी की शिकायत पर 12 घंटे में कार्रवाई हो जाती है. आयोग हमें मिलने का भी समय भी नहीं देता है. चुनाव आयोग का काम लोकतंत्र की रक्षा करना है. बीजेपी की शिकायत पर जिस तरह तुरंत उन्हें नोटिस भेजा गया, इसका मतलब है कि पहले बीजेपी नोटिस की खबर मीडिया से प्लांट करती है, फिर चुनाव आयोग उन्हें नोटिस भेजता है.'
उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि ईडी मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लगने के बाद एक सीटिंग मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करती है. क्या चुनाव आयोग इस पर ईडी को नोटिस भेजती है? जब इनकम टैक्स विभाग देश के एक बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस के बैंक अकाउंट को सीज करती है तो क्या चुनाव आयोग इनकम टैक्स विभाग को नोटिस भेजती है? चुनाव आयोग देश में विपक्षी राज्यों सरकारों के मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी का तबादला कर देती है. वहीं, चुनावों तक इनकम टैक्स डिपार्टमेंट-ईडी-सीबीआई के डायरेक्टरों को बदलने के विपक्ष की मांग पर कुछ क्यों नहीं करती.