नीमकाथाना:शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बुधवार को एक कार्यक्रम में मंच से संबोधन में कहा कि कुछ शिक्षिकाएं स्कूल में अपना पूरा शरीर दिखाकर जाती हैं. गलत पहनावे से बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने कहा कि कुछ शिक्षक गुटखा खाकर और कुछ झूमते हुए जाते हैं. ऐसे शिक्षकों से बच्चे क्या प्रेरणा लेंगे. वहीं, शिक्षामंत्री के इस बयान पर कांग्रेस हमलावर हो गई है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि 'आए दिन अनर्गल टीका-टिप्पणी करके शिक्षकों का अपमान करना, उन्हें बदनाम करना और प्रदेश को शर्मसार करना शिक्षा मंत्री की आदत बन गई है'.
बच्चों पर नहीं पड़ता अच्छा प्रभावःदरअसल, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर बुधवार को एक दिवसीय दौरे पर नीमकाथाना आए. जहां उन्होंने नीमकाथाना के नरसिंहपुरी में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय के जीर्णोद्धार भवन का लोकार्पण किया. इस दौरान संबोधन में उन्होंने कहा कि कुछ बहनों (शिक्षिकाएं) को देखता हूं कि वे अच्छे कपड़े नहीं पहनती हैं, पूरा शरीर दिखाकर स्कूल में जाती हैं. इसका हमारे बच्चों पर अच्छा प्रभाव नहीं पड़ता है. शिक्षक-शिक्षिकाओं को सोचना चाहिए कि हमें कैसा पहनावा पहनना चाहिए. कई को देखता हूं कि वे गुटखा खाके जाते हैं. बच्चों पर क्या असर पड़ेगा. कई अध्यापक तंगे खाते-खाते, झूमते हुए स्कूल जाते हैं. जो इस तरह के कुसंस्कार दिखाते हैं, वे शिक्षक नहीं बच्चों के दुश्मन हैं.
शिक्षा में कोई नवाचार नहीं हो रहाःइस दौरान मीडिया के शिक्षा में नवाचार के सवाल पर उन्होंने कहा कि शिक्षा में कोई नवाचार नहीं हो रहा, केवल बने हुए नियमों को ठीक ढंग से लागू करवा रहे हैं. मदन दिलावर ने कहा कि पहले भी यही नियम रहा है कि विद्यालय में मोबाइल नहीं चलाएं. इसके अलावा शिक्षकों को कक्षा में जाने से पहले खुद पढ़ना चाहिए, यह नियम पहले भी था. साथ ही पूजा-पाठ या नमाज के नाम पर शिक्षक स्कूल ना छोड़ें, यह नियम पहले भी था. इस तरह हम पहले से लागू नियमों का ही पालन करवा रहे हैं.
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