रांची: जहांगीर आलम के गाड़ीखाना स्थित सर सैयद रेजीडेंसी के फ्लैट नंबर वन ए में ईडी की टीम एक बार फिर से जांच के लिए पहुंची है. जहांगीर आलम और संजीव आलम को ईडी ने 16 मई को टेंडर घोटाले मामले में गिरफ्तार किया था. शनिवार को ईडी की टीम जहांगीर आलम के यहां किस मामले को लेकर एक बार फिर तलाशी कर रही है इसकी जानकारी फिलहाल हासिल नहीं हो पाई है.
15 मई को हुई थी रेड
झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के करीबी चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने 15 मई को छापेमारी कर तकरीबन 40.40 करोड़ रुपये बरामद किए थे. मंत्री के ओएसडी संजीव कुमार लाल के नौकर जहांगीर आलम के यहां से ईडी ने तकरीबन 32 करोड़ बरामद किया गया था. जहांगीर आलम मंत्री आलमगीर आलम का करीबी है, वहीं बाकी नगद राशि मुन्ना कुमार सिंह नाम के एक ठेकेदार और कुछ दूसरे इंजीनियरों के यहां से बरामद किया गया था.
15 मई की सुबह चार बजे ईडी की टीम ने एक साथ मंत्री के ओएसडी संजीव कुमार लाल के दीनदयाल नगर स्थित सरकारी आवास, कांके रोड स्थित सीता निकेतन स्थित फ्लैट, हरमू रोड स्थित आवास, संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के फ्लैट मुन्ना कुमार सिंह के पीपी कंपाउंड स्थित फ्लैट, विकास कुमार, पथ निर्माण विभाग के सहायक इंजीनियर के सेल सिटी स्थित फ्लैट और कुलदीप मिंज, पथ निर्माण विभाग के सहायक इंजीनियर के बोड़ैया स्थित आवास पर छापेमारी शुरू की थी.
पैसे जमा किए जाने की सटीक सूचना मिली थी ईडी को
ईडी सूत्रों ने मिली जानकारी के अनुसार एजेंसी को रांची में कुछ ठिकानों पर भारी मात्रा में नगद पैसे जमा किए जाने और उसके ट्रांजिट किए जाने की पुख्ता सूचना मिली थी. इसी सूचना पर सबसे पहले ईडी की टीम रांची के गाड़ीखाना स्थित सर सैयद रेसीडेंसी पहुंची थी, इस दौरान फ्लैट नंबर 1 ए में जहांगीर के तीन कमरों में अलमारी बंद मिले. ईडी की टीम जब मौके पर पहुंची तब जहांगीर के पास चाबियां नहीं थी, ऐसे में ईडी संजीव लाल के यहां से चाबियां लेकर पहुंची. तीन कमरों से ईडी ने पांच-पांच सौ के बंडल में सारे नोट और लाखों के जेवरात बरामद किए.