नई दिल्लीःदिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने विधानसभा में शुक्रवार को आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश किया. रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली सरकार की ओर से मिली फ्री बिजली, पानी, शिक्षा, चिकित्सा, सफर व अन्य सुविधाओं से लोगों के रुपये बचे हैं. 61.6 प्रतिशत लोगों ने दिल्ली सरकार की मुफ्त सेवाओं से बचे हुए पैसे को खर्च कर दिया. वहीं 38.4 प्रतिशत लोगों ने मुफ्त सेवाओं से बचे हुए पैसे की या तो एफडी करा दी या किसी को उधार दे दिया है. इतना ही नहीं दिल्ली सरकार ने रिपोर्ट में यह भी बताया है कि उनकी किस मुफ्त सेवा से कितने प्रतिशत लोगों को लाभ मिल रहा है.
कर संग्रह में 2022-23 के दौरान हुई 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी
आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में दिल्ली सरकार की ओर से कहा गया है कि दिल्ली सरकार मुफ्त बिजली, पानी, स्वास्थ्य सुविधाएं, शिक्षा, महिलाओं के लिए बस यात्रा व बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा की सुविधा देती है. इसके बावजूद राजस्व अधिशेष (इकॉनमी सरप्लस) के साथ यह एक बढ़ती अर्थव्यवस्था है. रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली के कर संग्रह में 2022-23 के दौरान 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. 2021-22 में दिल्ली ने 3,270 करोड़ का राजस्व अधिशेष दर्ज किया था जो 2022-23 में बढ़कर 14,457 करोड़ हो गया. दिल्ली सरकार के अर्थशास्त्र और सांख्यिकी विभाग की ओर से कुल 3,450 घरों का सर्वे कर एक रिपोर्ट तैयार की गई है. जिसमें यह बताया गया है कि कितने प्रतिशत लोगों को दिल्ली में किस सुविधा का लाभ मिल रहा है.
बचे पैसों को 50.7 प्रतिशत लोगों ने खानपान पर खर्च किया
आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में दिल्ली सरकार की ओर से बताया गया है कि सरकार की मुफ्त की योजनाओं से जिन लोगों ने पैसे बचाए हैं, उनमें 61.6 प्रतिशत परिवारों ने सभी पैसे खर्च कर दिए. जबकि 38.4 प्रतिशत ने बचत और एफडी में पैसा निवेश किया. वहीं, 7.2 प्रतिशत ने इसे निकट भविष्य में खर्च करने की योजना बनाई है. 2.8 प्रतिशत लोगों ने दोस्तों व करीबियों को अतिरिक्त पैसा उधार दिया है.