भोपाल।भारतीय खानपान की विशेषता यही है कि यहां जो चीजें रोजाना खाने में इस्तेमाल की जाती हैं, वे हमारे स्वास्थ्य के लिए कई एंगल से लाभदायक हैं. अगर भारतीय भोजन की बात करें तो अधिकांश लोगों का मानना है कि चावल के बगैर थाली अधूरी है. कई लोगों का चावल खाए बगैर पेट नहीं भरता या संतुष्टि नहीं मिलती. भारतीय खानपान के तहत अधिकांश घरों में सफेद चावल का इस्तेमाल किया जाता है. इधर, कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है "रोजाना सफेद चावल खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है." कई डाइटशियन का कहना है कि सफेद चावल लिमिट के बाहर भोजन में लिया तो ये आपको बीमार कर सकता है. रोजाना चावल खाना यानी वजन बढ़ाने की ओर बढ़ना है.
चावल में ऐसा क्या है, जिससे डरना चाहिए
एक रिसर्च के अनुसार एक कप पके हुए सफेद चाल में 53 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 2 ग्राम कैल्शियम, 2.72 ग्राम आयरन, 15 ग्राम मैग्नीशियम, 4.39 ग्राम प्रोटीन और 242 कैलोरी होती है. सपेद चावल में फोलेट और थायमिन जैसे विटामिन की मात्रा थोड़ी जरूर होती है. साथ ही पोटेशियम, फास्फोरस और आयरन जैसे खनिज भी होते हैं, लेकिन सपेद चावल में विटामिन सी, विटामिन ए या विटामिन डी तो बिल्कुल नहीं पाया जाता. कई डाइटिशियन का कहना है कि ज्यादा चावल खाने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है.
रोजाना चावल खाना यानी अपनी सेहत से खिलवाड़
भोपाल की डाइटिशियन पूजा तिवारी का कहना है "रोजाना चावल का सेवन करने से नुकसान है. क्योंकि लोग भोजन में चावल ज्यादा खाते हैं. इससे शरीर के लिए जरूरी अन्य पदार्थ नहीं ले पाते. ये आपके स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है. आपके आहार में विभिन्न प्रकार के फल, सब्जियां और प्रोटीन शामिल होने चाहिए." हालांकि रोटी और चावल में आयरन पाया जाता है. साथ ही मैग्नीशियम और फास्फोरस भी होता है, जो शरीर में ब्लड बनाने में मदद करते हैं. लेकिन रोजाना चावल से पेट भरना यानी खुद को बीमार करना है. वहीं एक और डाइटिशियन रिचा श्रीवास्तव का कहना है "चावल में मौजूद कई पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए जरूरी हैं. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि रोजाना चावल से पेट भरा जाए. सफेद चावल का ज्यादा इस्तेमाल घातक है. हालांकि सफेद राइस की तुलना में ब्राउन राइस कुछ ठीक है."
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