फिरोजाबादः बंगाल की दुर्गापूजा के बारे में तो अपने सुना होगा लेकिन आज हम एक और दूसरे स्थान की दुर्गापूजा के बारे में आपको बताएंगे जिसे बंगाल की तर्ज पर ही मनाया जाता है. सप्तमी,अष्टमी और नवमीं को मनाए जाने वाले तीन दिवसीय महोत्सव के लिए यहां गगनचुंबी पंडाल बनाये जाते है जिनमें मातारानी विराजतीं है.यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है.यहां पूरे आगरा मंडल से भक्तजन भगवती के दर्शन के लिए आते है.यहां दुर्गा पूजा का इतिहास लगभग 100 साल पुराना है.
फिरोजाबाद के टूण्डला शहर में दुर्गा पूजा अब बड़े पैमाने पर मनाई जा रही है. इस नवरात्र यहां 10 भव्य पंडाल सजाए गए हैं. यहां बंगाली समाज की ओर से सप्तमी से नवमी तक दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है. पंडाल बेहद ही भव्य है. मातारानी के दर्शन को भक्त बड़ी संख्या में इन पंडालों में उमड़ रहे हैं.
दुर्गा पूजा पंडाल में उमड़े भक्त. (photo credit: etv bharat) फिरोजाबाद की दुर्गा पूजा का नजारा. (video credit: etv bharat) कितना पुराना है इतिहासःटूण्डला के श्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा महोत्सव पीली कोठी के आयोजक मंडल के सदस्य पुनीत रावत ने बताया कि यहां का आयोजन 50 साल पुराना है. वैसे पूरे जिले की बात की जाए तो दुर्गा पूजा का इतिहास 100 साल पुराना है. उनके मुताबिक इसकी शुरुआत टूण्डला की रेलवे कॉलोनी में की गई थी.
फिरोजाबाद में सजा मां दुर्गा का दरबार. (photo credit: etv bharat) रेलवे कर्मचारी ने रखी थी नींवःउन्होंने बताया कि 100 साल पहले बंगाल से आए रेलवे के एक कर्मचारी ने इस आयोजन की शुरुआत की थी तभी से पूरे टूंडला में मातारानी के गगनचुंबी पंडाल बनाये जा रहे हैं. ठाकुर वीरी सिंह डिग्री कॉलेज में आयोजित होने वाली दुर्गा पूजा के आयोजन समिति के सदस्य रंजीत गुप्ता ने बताया कि मातारानी के दर्शन के लिए फिरोजाबाद ही नहीं बल्कि पूरे आगरा मण्डल से देवी भक्त मातारानी के दर्शन के लिए आते है. मातारानी भी भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरा करतीं है. ये भी पढ़ेंः यूपी के उपभोक्ताओं को दीपावली गिफ्ट; इस साल नहीं बढ़ेंगी बिजली दरें, ग्रीन एनर्जी टैरिफ घटा
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