दुर्ग : दुर्ग जिले में गर्मी के मौसम में आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए नगर सेना के दमकल कर्मी मुस्तैद हैं. नगर सेना के दमकल कर्मियों को आग लगने की सूचना मिलते ही वो मौके पर बिना देरी किए पहुंच जाते हैं.यही नहीं जरुरत पड़ने पर दूसरी जगहों से मदद लेकर आग पर काबू पाने में दमकल कर्मियों ने सफलता हासिल की है.
24 घंटे जवान रहते हैं मुस्तैद :आपको बता दें कि प्राकृतिक आपदा से निपटने की जिम्मेदारी नगर सेना को सौंपी गई है.बारिश के दिनों में नगर सेना के गोताखोर 24 घंटे तैनात रहते हैं. किसी भी क्षेत्र में नदी नाले में आने वाले बाढ़ में लोगों के फंसे होने की सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंच रेस्क्यू आपरेशन शुरू कर देते हैं. गर्मी के साथ -साथ आम दिनों में भी लगने वाली आग को बुझाने में भी जिला अग्निशमन दल तैयार रहते हैं. यदि आंकड़ों की बात करें तो साल 2024 में अब तक करीब 167 स्थानों पर आग लगी. जहां पहुंचकर दमकल विभाग की टीम ने आग पर काबू पाते हुए नुकसान से बचाने का प्रयास किया है.जिला अग्निशमन अधिकारी नागेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि इसके लिए नगर पालिक निगम से प्रतिनियुक्ति पर 23 एवं नगर सैनिक सहयोगी 17 कुल 40 जवानों की तीन पालियों में तैनाती की जाती है.
वर्षभर में आगजनी-167
टीम में कुल सदस्य -40
वाटर टेंडर गाड़ियां-03
फोम टेंडर गाड़ियां -04
मिनीगोल्ड गाड़ियां-01
फायर बुलेट -01
सूचना मिलते ही दमकल कर्मी मौके पर पहुंच कर आग बुझाने की कोशिश करते हैं. विभाग में कुल 9 गाड़ियां है. इसमें वाटर टेंडर 3,फोम टेंडर 4,मिनीगोल्ड 1,फायल बुलेट 1 वाहन उपलब्ध है. किसी भी क्षेत्र में आग लगने की सूचना मिलने पर जवान संसाधनों से लैस होकर पहुंच जाते हैं. उनके द्वारा संसाधनों का उपयोग करते हुए आग बुझाने का प्रयास शुरू किया जाता है- नागेंद्र कुमार सिंह, जिलाधिकारी,अग्निशमन