नई दिल्ली:दीपावाली और छठ पर घर जाने वालों की दिल्ली के रेलवे स्टेशनों पर भीड़ बढ़ गई है. मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर जनरल कोच में सवार होने के लिए भगदड़ से कई यात्रियों के घायल होने की घटना के बाद दिल्ली के रेलवे स्टेशनों पर विशेष इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली मंडल के डिविजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) सुखविंदर सिंह से ईटीवी भारत ने व्यवस्थाओं और यात्रियों की सुविधा पर विशेष बातचीत की.
डीआरएम सुखविंदर सिंह ने बताया कि प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या 2 से 3 गुना बढ़ गई है. त्योहार स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं. ट्रेनों में जनरल कोच की संख्या भी बढ़ाई गई है. करीब 65000 जनरल कोच की सीट को जनरेट किया गया है. प्रस्तुत है डीआरएम से बातचीत का प्रमुख अंश...
सवाल: मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मचने से कई यात्री घायल हो गए. इसे देखते हुए दिल्ली मंडल के रेलवे स्टेशनों पर क्या इंतजाम किया गया है जिससे यात्री सुरक्षित रहें ?
जवाब: जब ट्रेन प्लेटफॉर्म पर पहुंचती है तो उसके दारवाजे अंदर से बंद रहते हैं. प्लेटफॉर्म पर ट्रेन के रुकने के बाद ही ट्रेन के दरवाजों को खोला जता है. इसके बाद एक-एक करके यात्रियों को ट्रेन के कोच में बैठने के लिए भेजा जा रहा है. इसके साथ ही आरपीएफ और रेलवे की कमर्शियल टीम हर प्लेटफॉर्म पर तैनात की गई है. जो यात्रियों को सुव्यवस्थित तरीके से खड़ा कर रहे हैं, जिससे की किसी तरीके की सुविधा ना हो. इस व्यवस्था से किसी भी दुर्घटना या अव्यवस्था की संभावना नहीं है.
सवाल: दिल्ली एनसीआर से बड़ी संख्या में यात्री निकल रहे हैं, प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या में कितना इजाफा हुआ है?
जवाब:दीपावाली और छठ पर हम लोग 13 दिन को विशेष मानते हैं. दीपावली से 5 दिन पहले से लेकर छठ महापर्व तक पीक पीरियड होता है. 26 अक्टूबर से लेकर 7 नवंबर तक भीड़ रहेगी. इस दौरान नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, आनंद विहार जैसे प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ आम दिनों की तुलना में दो से तीन गुना बढ़ जाती है. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या 7 लाख तक पहुंच जाती है. आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर 2 लाख यात्री अतिरिक्त हो जाते हैं.