राजगढ़। मध्य प्रदेश की राजगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बड़े दामाद का निधन होने की खबर सामने आ रही है. इस बात की जानकारी खुद पूर्व सीएम ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए बताया है. उनके दामाद कैंसर से पीड़ित थे, जिनका 61 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. लिहाजा कांग्रेस प्रत्याशी ने अपने प्रचार-प्रचार को कुछ समय के लिए विराम दिया है.
दिग्विजय सिंह के बड़े दामाद का 61 वर्ष की आयु में निधन, प्रचार-प्रसार को दिया विराम, कैंसर से थे पीड़ित - Digvijay son in law passes away
पूर्व सीएम व राजगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के बड़े दामाद का निधन हो गया. वे करीब 1 साल से कैंसर से पीड़ित थे. पूर्व सीएम ने सोशल मीडिया X पर ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी.
By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : Apr 22, 2024, 3:26 PM IST
|Updated : Apr 22, 2024, 7:18 PM IST
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में निवास करने वाले दिग्विजय सिंह के बड़े दामाद राजा रत्नाकर सिंह रामनगर का 61 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. बताया जा रहा है की वे कैंसर से पीड़ित थे. उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए दिग्विजय सिंह ने अपने प्रचार प्रसार पर रोक लगाई. वे लखनऊ के लिए रवाना हो गए हैं. जिसकी जानकारी स्वयं दिग्विजय सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर पोस्ट की है. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर लिखा कि, 'कल रात मेरे बड़े दामाद राजा रत्नाकर सिंह रामनगर का दुखद देहांत हो गया. 61 वर्ष के रत्नाकर लगभग एक साल से कैंसर से पीड़ित थे. उनके अंतिम संस्कार के लिए मैं लखनऊ में हूं. इस दुख की घड़ी में चुनाव प्रचार को विराम देकर मैं मेरी बेटी मृणालिनी और परिवारवालों के साथ हूं. ईश्वर रत्नाकर को अपने चरणों में स्थान दें और उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.'
दिग्विजय सिंह ने प्रचार-प्रसार को दिया विराम
गौरतलब है की दिग्विजय सिंह द्वारा लगातार अपने क्षेत्र में चुनावी जनसंपर्क किया जा रहा है. वे अपने लोकसभा क्षेत्र में पदयात्रा निकाल रहे हैं. जहां वे गांव-गांव जाकर लोगों से मिल रहे हैं. उनसे बात कर रहे हैं, इस दौरान दिग्विजय किसी भी कार्यकर्ता के घर रात्रि विश्राम के लिए रुक जाते हैं. दूसरे दिन वहीं से फिर प्रचार शुरू कर देते हैं. इसके अलावा लोगों के बीच वे लगातार संबोधन दे रहे हैं. ऐसे में बीती रात अचानक आई संकट की घड़ी के बाद दिग्विजय सिंह शोकाकुल परिवार को सांत्वना देने के लिए प्रचार-प्रसार से अचानक दूर हो गए. जिसकी जानकारी उन्होंने स्वयं सोशल मीडिया के माध्यम से दी है.