कुचामनसिटी.दिल्ली किसान आंदोलन के तहत डीडवाना में एक बार फिर किसान अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत हो गए. इसको लेकर शुक्रवार को किसानों की ओर से भारत बंद का आह्वान किया गया. इस बंद के तहत आज डीडवाना कस्बा संपूर्ण रूप से बंद नजर आया. बता दें कि इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर तमाम तरह के व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे गए. इसको लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों ने व्यापारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपने किसानों की मांगों को उचित समझा है और उनके समर्थन में अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे हैं.
वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि किसान अपनी प्रमुख मांगों को लेकर लगातार आंदोलनरत हैं. हमारी प्रमुख मांगें हैं कि-
- सभी फसलों की MSP पर खरीद की गारंटी का कानून बने.
- डॉ. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के हिसाब से कीमत तय हो.
- किसान-खेत मजदूरों का कर्जा माफ हो.
- किसानों और मजदूरों को पेंशन दी जाए.
- भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 दोबारा लागू किया जाए.
- लखीमपुर खीरी कांड के दोषियों को सजा दी जाए.
- मुक्त व्यापार समझौतों पर रोक लगाई जाए.
- विद्युत संशोधन विधेयक 2020 को रद्द किया जाए.
- मनरेगा में हर साल 200 दिन का काम, 700 रुपए दिहाड़ी दी जाए.
- किसान आंदोलन में मृत किसानों के परिवारों को मुआवजा दिया जाए. उनको सरकारी नौकरी मिले.
- नकली बीज, कीटनाशक दवाइयां व खाद वाली कंपनियों पर कड़ा कानून बनाया जाए.
- मिर्च, हल्दी व अन्य मसालों के लिए राष्ट्रीय आयोग का गठन किया जाए.
- संविधान की 5 सूची को लागू कर आदिवासियों की जमीन की लूट बंद की जाए.
इन सभी मांगों को लेकर कई दिनों से किसानों का आंदोलन चल रहा है. राजस्थान के किसान भी दिल्ली गमन कर रहे हैं. इसी के तहत आज शुक्रवार को भारत बंद का आह्वान किया गया है, जिसके तहत डीडवाना कस्बा भी पूर्ण रूप से बंद नजर आया.