नई दिल्ली: इस सावन में चांदनी चौक स्थित प्राचीन गौरी शंकर मंदिर में भक्तजन 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कर सकेंगे. मंदिर के बेसमेंट में ज्योतिर्लिंगों की स्थापना किये जाने का काम जारी है. यहां सौंदर्यीकरण का कार्य भी जोरों पर है. मंदिर के मैनेजर तेज प्रकाश ने बताया कि द्वादश ज्योतिलिंगों के दर्शनमात्र से मनवांछित फल मिलता है, भोलेनाथ की असीम कृपा भक्तों पर होती है. ऐसे में गौरीशंकर मंदिर में भक्त एक ही जगह पर द्वादश ज्योतिर्लिंगों की पूजा अर्चना कर सकेंगे.
23 जुलाई से शुरू होगा प्रतिष्ठा पूजन कार्यक्रम
मंदिर के मैनेजर तेज प्रकाश के मुताबिक 23 जुलाई से 5 दिन तक प्रतिष्ठा पूजन कार्यक्रम होगा. 28 जुलाई से आम भक्तजन दर्शन कर सकेंगे. मैनेजिंग कमेटी के सचिव सुभाष गोयल और अन्य मंदिर को सुंदर रूप देने में लगे हैं. सावन में भगवान शंकर को जलधारा प्रिय है. पहले भक्त गौरी शंकर के दर्शन करेंगे और शिवलिंग पर जल-दूध, पुष्प, माला, बेल पत्र आदि चढ़ाएंगे. इसके बाद नीचे बेसमेंट में आकर ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करेंगे.
मकराना से मंगवाए सफेद संगमरमर
तेज प्रकाश ने बताया कि मकराना से संगमरमर के सफेद पत्थर मंगवाए गए हैं. प्रत्येक ज्योतिर्लिंग को उसके मूल स्वरूप के तहत स्थापित किया जाएगा. उसी तर्ज पर श्रृंगार और पूजा होगी. अभी ज्योतिर्लिंगों के दर्शन बाहर से होंगे. सावन में भीड़ अधिक रहेगी. अभी ज्योतिर्लिंगों के बाहर से ही दर्शन किए जा सकेंगे. फिर भी कोशिश होगी कि यदि कोई अंदर से पूजा दर्शन करना चाहे, तो उसके लिए व्यवस्था क्या होगी? उन्होंने ये भी बताया कि काफी दिनों से मैनेजिंग कमिटी का सपना था कि ज्योतिर्लिंगों की स्थापना हो. जिसके लिए काफी मेहनत भी की गई.