बुरहानपुर।5 दिन पहले रेलवे में उस समय हड़कंप मच गया, जब भुसावल रेल मंडल को ये जानकारी मिली कि दिल्ली-मुंबई रेलवे लाइन पर बुरहानपुर जिले के नेपानगर के पास ट्रैक पर 10 डेटोनेटर रखे पाए गए. ये घटना 18 सितंबर की है. सागफाटा रेलवे स्टेशन के नजदीक ट्रैक से डेटोनेटर जब्त किए गए हैं. इस दौरान ट्रैक से जब सेना की एक ट्रेन गुजरी तो तेज विस्फोटक हुआ. इसके बाद लोको पायलट ने ट्रेन रोक दी. सूचना मिलते ही रेलवे के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच में जुट गए.
कहीं सेना की ट्रेन उड़ाने की साजिश तो नहीं
माना जाता है कि डेटोनेटर रखकर ट्रेन को उड़ाने की साजिश के तहत ये कृत्य किया गया. लोको पायलट की सतर्कता से बड़ा हादसा टल गया. आर्मी की यह स्पेशल ट्रेन जम्मू-कश्मीर से कर्नाटक जा रही थी. रेलवे के अनुसार ये डेटोनेटर ट्रेन को इमरजेंसी के दौरान रोकने में इस्तेमाल किए जाते हैं. इस मामले में रेलवे के ट्रैकमैन सहित 3 कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. जांच एजेंसियां ये जानने का प्रयास कर रही हैं कि ट्रैक पर डेटोनेटर रखने का मकसद क्या था.
भुसावल रेल मंडल ने जारी किया बयान
डेटोनेटर मामले में सेंट्रल रेलवे भुसावल रेल मंडल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल नीला ने आधिकारिक बयान जारी किया है. उन्होंने कहा "इन डेटोनेटर का उपयोग रेलवे के रेगुलर काम मे किया जाता है. समान्य तौर पर धुंध-कोहरा या आपातकालीन परिस्थितियों में इसका उपयोग होता है, लेकिन सागफाटा रेल्वे स्टेशन के पास इन डेटोनेटर को लगाने का कोई औचित्य नहीं था. इस मामले में आरपीएफ गहनता से जांच कर रही है कि यह डेटोनेटर किसने लगाए. मामले की गहराई से तहकीकात की जा रही है."