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एचएमपीवी वायरस को लेकर मेडिकलकर्मियों को निर्देश, AIIMS देवघर और जिला स्वास्थ्य विभाग अलर्ट - HMPV VIRUS

HMPV वायरस को देखते हुए देवघर जिला स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. एम्स निदेशक और सिविल सर्जन और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं.

Deoghar district health department alert regarding HMPV virus cases in India
प्रतीकात्मक, एम्स निदेशक और सिविल सर्जन की तस्वीर (Etv Bharat)

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 7, 2025, 5:08 PM IST

देवघर: कुछ वर्ष पहले पड़ोसी देश चीन से फैला कोरोना वायरस ने भारत के साथ साथ पूरी दुनिया में तबाही मचाई. एक बार फिर से चीन से ही एक नया वायरस भारत में दस्तक दी है. भारत में इन दिनों एचएमपीवी वायरस के संक्रमण के मामले मिले हैं. इसको लेकर झारखंड का स्वास्थ्य महकमा भी अपनी ओर से तैयारियों में जुटा है.

भारत में एचएमपीवी वायरस से ग्रसित कई मरीज पाए गए हैं. इस खतरे को देखते हुए देवघर जिला स्वास्थ्य विभाग भी सुरक्षा के दृष्टि से जिला के सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिया है.

जानकारी देते एम्स देवघर के निदेशक और सिविल सर्जन (ETV Bharat)

देवघर सिविल सर्जन डॉक्टर युगल प्रसाद चौधरी ने बताया कि यह वायरस छोटे बच्चों और बुजुर्गो के लिए ज्यादा खतरनाक है. इसमें एहतियात बरतने के लिए कोविड गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है. जिस तरह से कोरोना में मास्क, हैंड सैनिटाइजिंग और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जा रहा था. उसी प्रकार इस वायरस से बचने के लिए भी बच्चे और बुजुर्ग अपना ख्याल रखें.

देवघर के सिविल सर्जन ने कहा कि सभी स्वास्थ्य कर्मियों और जिला के सारे सीएचसी और पीएचसी में कार्यरत चिकित्सा पदाधिकारियों को ऑक्सीजन युक्त बेड तैयार करने का निर्देश दे दिया गया है. वहीं मरीज के बेड तक ऑक्सीजन पहुंचाने वाले पाइप की रिपेयरिंग को लेकर भी दिशा निर्देश दिए गए हैं. वहीं कोरोना काल के दौरान बनाए गए पीएसए प्लांट की भी जांच की जा रही है. इसके अलावा अस्पताल के दवा भंडार में सर्दी, खांसी व जनरल इन्फेक्शन के टैबलेट की पूर्ति को लेकर भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं.

वहीं जिला अस्पतालों के साथ-साथ एम्स देवघर में भी एचएमपीवी वायरस को लेकर अस्पताल प्रबंधन सजग है. एम्स निदेशक सौरभ वार्ष्णेय ने बताया कि एचएमपीवी वायरस को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार से जो भी गाइडलाइन दिए गये हैं, उनका पालन किया जा रहा है. साथ ही एहतियात के तौर पर मेडिकल स्टाफ को कई दिशा-निर्देश दिए गये हैं.

एम्स के निदेशक सौरभ वार्ष्णेय ने कहा कि अभी तक पूरे देश में पांच मरीज चिन्हित हुए हैं. जिसमें एक मरीज पश्चिम बंगाल में भी पाए गए हैं. इसको देखते हुए पूरे एम्स अस्पताल में गाइडलाइन को पालन करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए गए हैं और विपरीत परिस्थिति के लिए तैयारी भी शुरू कर दी गई है. इस बीमारी में वैसे मरीज को ज्यादा सजग रहने की आवश्यकता है जो हार्ट या लंग्स की बीमारी से ग्रसित है. इसके अलावा किडनी ट्रांसप्लांट के मरीजों को भी इस वायरस से परहेज करके की आवश्यकता है.

बता दें कि वर्ष 2020 से 2022 तक दुनिया के साथ पूरे भारत के साथ-साथ झारखंड में भी लाखों लोग कोरोना वायरस से परेशान रहे. लंबे संघर्ष के बाद लोगों को कोरोना वायरस से राहत मिली लेकिन वर्ष 2025 के शुरुआत में ही एक और वायरस ने लोगों को डराना शुरू कर दिया है. इसीलिए डॉक्टर के सलाह के अनुसार लोग अपनी सुरक्षा का ख्याल रखें ताकि एचएमपीवी वायरस से लोगों को ज्यादा नुकसान ना हो सके.

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