लखनऊ:हर साल बारिश के बाद लोग डेंगू के कहर से जूझते हैं. जल्द ही इससे निजात मिलेगी. पोलियो, खसरा और टीबी के साथ अब डेंगू से बचाव का टीका भी होगा. केजीएमयू में इसका ट्रायल शुरू हो चुका है. परीक्षण में सफल पाए जाने पर इसका इस्तेमाल शुरू हो जाएगा. हर साल डेंगू से कई लोगों की मौत हो जाती है.
केजीएमयू के संक्रामक रोग प्रभारी प्रो. डी हिमांशु ने बताया कि इंडियन काउंसिल फार मेडिकल रिसर्च ने संस्थान को ट्रायल के केंद्र के रूप में मान्यता दी है. ट्रायल शुरू होने के बाद शोध के आधार पर इलाज की प्रक्रिया और दवाओं का निर्माण हो सकेगा. केजीएमयू में इस समय संक्रामक रोग, न्यूरोलाजी और लिवर की बीमारियों पर क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है. इसी के तहत टीके का ट्रायल शुरू किया गया है. अभी तक काफी अच्छे संकेत मिले हैं. सबकुछ ठीक रहा तो साल के अंत तक डेंगू से बचाव का टीका बाजार में आ सकता है.
अभिभावक और स्कूल मिलकर बरतें सावधानी: प्रो. डी. हिमांशु का कहना है कि संक्रामक बीमारियों को रोकने में अभिभावकों के साथ स्कूल को भी कदमताल करने की जरूरत है. डेंगू और चिकनगुनिया का खतरा सबसे अधिक बच्चों को होता है. इसके मच्छर दिन में काटते हैं और इस दौरान बच्चे छह घंटे स्कूल में रहते हैं. अगर समय रहते बच्चों के लिए फुल आस्तीन के कपड़े अनिवार्य कर दिए जाएं तो डेंगू-चिकनगुनिया बुखार के कहर को कम किया जा सकता है. साथ ही बच्चों को रोजाना साफ-सफाई के लाभ के बारे में बताएं.
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि केजीएमयू में भारी संख्या में जुलाई से अक्टूबर के बीच में संचारी रोग से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. संक्रामक रोग विभाग में डेंगू से बचाव के लिए वैक्सीन पर ट्रायल चल रहा है. पूरी उम्मीद है कि साल के आखिरी तक यह वैक्सीन पूरी तरह से तैयार होगी. साथ ही यह उम्मीद इसलिए भी है क्योंकि अभी तक इसका बहुत ही सकारात्मक ट्रायल पूरा हुआ है. यह बहुत ही खुशी की बात है कि जल्दी डेंगू का टीका भी आएगा.