दिल्ली के चिड़ियाघर में सिंगल एनिमल्स कैसे बनाएंगे परिवार? नहीं मिल रहे साथी, विलुप्त होने की स्थिति - Delhi Zoo needs animals - DELHI ZOO NEEDS ANIMALS
Delhi Zoo: दिल्ली के चिड़िया घर में (नेशनल जूलॉजिकल पार्क) 13 प्रजाति के जानवर अकेले होने की वजह से परिवार नहीं बना पा रहे. इन्हें प्रजनन के लिए नर या मादा साथी की जरूरत है. भीषण गर्मी के कारण एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम भी आयोजित नहीं किया जा रहा. ऐसे में इन साथियों के अकेलेपन पर चिड़िया घर प्रशासन ने चिंता जताई है.
नई दिल्लीःदिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत कई जनावरों को देकर देश के अन्य जू से लाया जाता है, जिससे उनका प्रजनन बढ़ाया जा सके, लेकिन दिल्ली ज़ू में 13 प्रजाति के जानवर अकेले हैं. उनके साथी न होने के कारण उनका प्रजनन नहीं हो रहा है और उनकी संख्या नहीं बढ़ रही है. ऐसे में कई जानवर ऐसे हैं जो विलुप्त हो सकते हैं.
दिल्ली के नेशनल जूलाजिकल पार्क 176 एकड़ में फैला हुआ है. यहां 100 से अधिक प्रजाति के वन्यजीव हैं. जिन्हें देखने के लिए यहां नियमित हजारों लोग आते हैं. लेकिन जूलाजिकल पार्क में 13 प्रजातियां ऐसी हैं जो अकेली हैं. उन्हें साथी का इंताजर है. जोड़े न होने के कारण प्रजनन नहीं हो पा रहा है. ऐसे में वो विलुप्त हो सकते हैं.
इन प्रमुख जानवरों को साथी की तलाश दिल्ली जू में दो मादा गैंडा हैं. इसमें अंजूहा बेटी और माहेश्वरी मां है. दोनों के लिए नर गैंडे की जरूरत है जिससे प्रजनन बढ़ सके.
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एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत माहेश्वरी को असम जू भेजना था, वहां से अंजूहा के लिए एक नर गैंडा लाना है.
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जू में दो नर जैगुआर हैं, उनके लिए मादा जैगुआर की जरूरत है.
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वर्तमान में तीन हाथी है. दो भारतीय हाथी हैं. एक शंकर नाम का अफ्रीकन हाथी 23 साल से अकेला है.
साल 1998 में पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा को जिंबाव्बे से ये हाथी मिली था. इसके साथ एक मादा हाथी भी थी लेकिन उसकी मौत दिल्ली में आने के दो साल बाद मौत हो गई थी.
176 एकड़ में फैला है दिल्ली का नेशनल जूलाजिकल पार्क
100 से अधिक प्रजाति के वन्यजीव जू में संरक्षित किए गए हैं
13 वन्यजीवों के लिए साथी की तलाश कर रहा जू प्रशासन
8 से 10 हजार लोग रोजाना दिल्ली जू में घूमने के लिए आते हैं
इन पक्षियों व जानवरों को साथी की है तलाश गैंडा, हाथी, जैगुआर, ग्रेट हार्न बिल, इंडियन ग्रेट हार्न बिल, गिद्ध, स्पाटेड डव, सैंड बोआ सांप, लेडी एमहेर्स्ट फिजेंट, शतुरमुर्ग, रिया पक्षी, रेड स्लाइडर कछुआ, स्लो लोरिस बंदर को साथी की तलाश है. ये अकेले हैं. ऐसे में उनका प्रजनन नहीं बढ़ पा रहा है.
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गर्मी के कारण रुका एक्सचेंज प्रोग्राम नेशनल जूलाजिकल पार्क के अधिकारियों का कहना है कि गर्मी बहुत ज्यादा होने के कारण एक्सचेंज प्रोग्राम अभी नहीं हो सकता है. यानी कि जानवरों की अदला बदली के लिए अब सामान्य मौसम का इंतजार किया जा जाएगा. जुलाई में वर्षा के बाद गर्मी से राहत की उम्मीद है. तभी जानवरों की अदला-बदली हो सकती है. ऐसे में दिल्ली जू में आने वाले लोगों को नए जानवरों के लिए इंतजार करना पड़ेगा.