नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में स्नातक दाखिले की पहली और दूसरी सूची में जिन छात्रों को दाखिले का मौका नहीं मिल पाया है, उन्हें डीयू की ओर से दाखिले का एक और मौका दिया जा रहा है. ऐसे छात्र जिन्होंने दाखिले के लिए आवेदन किया था और दस्तावेज पूरे न होने की वजह से या किसी दस्तावेज के रिजेक्ट होने की वजह से भी दाखिले से वंचित रह गए हैं तो उन्हें डीयू की ओर से दाखिले का एक और मौका दिया जा रहा है.
छात्रों को यह मौका मिड एंट्री के जरिए दिया जाएगा. इसके लिए छात्रों को फिर से पंजीकरण करना होगा. इस मिड एंट्री के चांस में वे छात्र भी शामिल हो सकते हैं, जिन्होंने सीयूईटी की परीक्षा तो दी थी लेकिन डीयू के सीएसएएस पोर्टल पर जाकर दाखिले के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था. इसके अलावा भी दूसरा चरण शुरू होने के समय भी डीयू की दाखिला प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए थे.
डीयू की ओर से दी गई जानकारी में यह बताया गया है कि जिन छात्रों का दाखिला आवेदन गलत सब्जेक्ट मैपिंग के कारण या अपनी पसंद के कोर्स के अनुसार गलत योग्यता भरने के कारण निरस्त कर दिया गया था. ऐसे छात्र भी फिर से मिड एंट्री के विकल्प को चुनकर अपने सब्जेक्ट मैपिंग और कोर्स के अनुसार अपनी योग्यता को फिर से भर सकते हैं. मिड एंट्री के लिए छात्र छात्राओं को 1000 रुपए शुल्क जमा करना होगा. मिड एंट्री का यह विकल्प विद्यार्थियों के लिए 7 सितंबर को शाम 5:00 बजे से 9 सितंबर की शाम 5:00 बजे तक सीएसएएस पोर्टल पर उपलब्ध रहेगा.