नई दिल्ली:राजधानी दिल्ली में पर्यावरण एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक अपने साथियों के साथ लद्दाख भवन में धरने पर बैठे हैं. उनके धरना प्रदर्शन का रविवार को आठवां दिन रहा. आज कुछ लोग उन्हें समर्थन देने के लिए लद्दाख भवन पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन लोगों को हिरासत में ले लिया. इसको लेकर सोनम वांगचुक ने एक वीडियो जारी किया है. उन्होंने बताया कि अनशन के 8वें दिन मौन व्रत करने वाले 61 लोगों को जबरन पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
सोनम वांगचुक ने वीडियो संदेश में कहा कि "हमें बताया गया कि BNSS 163 (144) निषेधाज्ञा नई दिल्ली जिले में स्थायी रूप से लागू की गई है. मुझे लगता है कि यह भारत के संविधान के अनुच्छेद 19 अभिव्यक्ति और आवागमन की स्वतंत्रता की भावना के विरुद्ध है. सबसे पहले निरंतर आवेदन और दूसरा शांतिपूर्ण तरीके से उपवास करने वाले लोगों पर इसका उपयोग करना 'उचित' है?. आप क्या सोचते हैं. कृपया टिप्पणियों में सलाह दें."
पर्यावरण एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक ने कहा कि भारी संख्या में लोग समर्थन देने के लिए दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से आए थे. लद्दाख भवन के बाहर पार्क में उन्हें पुलिस ने पकड़कर हिरासत में ले लिया. वांगचुक ने कहा कि अभी हम मौन व्रत लद्दाख भवन में नहीं कर पा रहे हैं. बड़ी दुख की बात इसलिए है कि दुनिया की सबसे बड़ी लोकतंत्र में शांति से लोग व्रत तक नहीं कर पा रहे हैं. यह अपने आप में शर्म की बात है. मेरा ख्याल है कि देश के न्यायालय को भी इसका संज्ञा लेना चाहिए, ऐसी धाराओं को आप कैसे लगा सकते हैं."