नई दिल्ली:बुधवार को दिल्ली मेट्रो ने एक ऐतिहासिक सफर की शुरुआत कर दी. मेट्रो ने चौथे चरण में एक और मिल का पत्थर हासिल किया है. सिर्फ साढ़े पांच महीने में गोल्डन लाइन पर 865 मीटर लंबी सुरंग बना दी. यह अपने आप में रिकॉर्ड है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने यह सुरंग छतरपुर और छतरपुर मंदिर स्टेशन के बीच बनाई है. बुधवार को इसका ब्रेकथ्रू इवेंट किया गया. यानी सुरंग एक ओर से दूसरे छोर पर निकल आई. इसमें उपराज्यपाल वीके सक्सेना और परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत शामिल हुए.
टनल के ब्रेक थ्रू होने के साथ डीएमआरसी के सभी कर्मचारियों ने भारत माता की जय के नारे लगाए. इसके साथ ही दिल्ली मेट्रो दुनिया के सबसे बड़े मेट्रो लाइन में शुमार हो गया. मेट्रो दिल्लीवालों के लिए बेहद आधुनिक, सुविधाजनक और सुरक्षित भी है. इसको बनाने के लिए इको फ्रेंडली मशीनरी का इस्तेमाल किया जा जाता है. टनल की दीवार को गिराने के बाद दिल्ली के एलजी और दिल्ली सरकार के मंत्री खुद ग्राउंड जीरो पर पहुंचे और इस ऐतिहासिक पल को देखा. ब्रेकथ्रू के बाद डीएमआरसी के कर्मचारियों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई.
इस दौरान एलजी और मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि लोगों को जानना चाहिए कि दिल्ली मेट्रो में वो जिस सुविधा के साथ सफर करते हैं. उसमें कौन लोग लगे हैं और कितनी मेहनत से काम करते हैं. तब जाकर उनकी यात्रा इतना सुखमय और आसान बनती है. डीएमआरसी के अधिकारियों ने बताया कि जर्मनी में टनल बोरिंग ब्रेकथ्रू इवेंट जब होता है तो उस दिन पूरे शहर में छुट्टी जैसा माहौल होता है. हम भी कोशिश करेंगे जब अगली बार इस तरीके का इवेंट हो तो दिल्ली वासियों तक हम पहुंचे.