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अब घर बैठे करा सकेंगे इलाज, दिल्ली सरकार ने शुरू कीं ये सेवाएं - Tele Medicine Services - TELE MEDICINE SERVICES

दिल्ली सरकार का स्वास्थ्य विभाग की तरफ से टेली मेडिसिन सेवाएं शुरू की गई है. इस सेवा के माध्यम से लोग घर बैठे ही इलाज करा सकेंगे. डॉक्टर वंदना बग्गा ने बताया कि इसके तहत मरीजों को एलोपैथिक, आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक और यूनानी चिकित्सा पद्धति के द्वारा भी इलाज की सुविधा मिलेगी.

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टेली मेडिसिन सेवाएं (File Photo)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Sep 10, 2024, 11:55 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार का स्वास्थ्य विभाग अब आपके घर बैठे भी इलाज की सुविधा उपलब्ध करा रहा है. इसके लिए टेली मेडिसिन सेवाएं शुरू की गई हैं. इस सेवा के माध्यम से लोग आंख, नाक, कान, गला, त्वचा, हड्डी और बच्चों से संबंधित बीमारियों का घर बैठे ही इलाज करा सकेंगे. दिल्ली की स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) डॉक्टर वंदना बग्गा ने बताया कि इस योजना के तहत मरीजों को एलोपैथिक, आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक और यूनानी चिकित्सा पद्धति के द्वारा भी इलाज की सुविधा मिलेगी.

यह सुविधा सोमवार से शुक्रवार सुबह 9 से 2 बजे तक और शनिवार को सुबह 9 से 1 बजे तक मिलेगी. इस समय अवधि में कोई भी मरीज फोन करके डॉक्टर से परामर्श ले सकता है. डीजीएचएस ने बताया कि इस सेवा के बारे में विभाग जल्द ही जागरूकता अभियान भी शुरू करेगा. इस सेवा को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य सरकारी अस्पतालों में लोगों को लंबी-लंबी कतारों से मुक्ति दिलाना है और उनके समय को बचाना है.

बता दें कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में प्रतिदिन हजारों की संख्या में मरीज ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचते हैं, जिसमें उन्हें पहले पर्चा बनवाने में, फिर डॉक्टर को दिखाने में और फिर दवाई लेने के लिए कई बार लाइन में लगना पड़ता है. इसमें उनका पूरा दिन खराब होता है. इसलिए सरकार ने अस्पताल में उस भीड़ को कम करने के लिए इस सुविधा को शुरू किया है. इस सुविधा को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सरकार ने 75 डॉक्टर और 67 लिंक अधिकारियों को लगाया है. यह मरीज को वीडियो कॉल पर इलाज का परामर्श और सलाह देंगे.

कैसे मिलेगी टेलीमेडिसिन की सुविधा

मरीज को यह सुविधा पाने के लिए पहले केंद्र सरकार के संजीवनी पोर्टल पर जाकर पंजीकरण करना होगा. पंजीकरण के दौरान फोन पर एक ओटीपी आएगा. इसके बाद पंजीकरण में मरीज की सारी जानकारी भरनी होगी. जानकारी देने के बाद मरीज का पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन हो जाएगा. उसके बाद पोर्टल पर लॉगिन करना होगा. लोगिन करने के बाद मरीज को अपनी जांच से संबंधित कोई रिपोर्ट और मेडिकल रिकॉर्ड देना होगा. यह जानकारी देने के बाद मरीज से वीडियो कॉल का समय पूछा जाएगा. इसके बाद मरीज द्वारा बताए गए समय पर फिर डॉक्टर का वीडियो कॉल आएगा और डॉक्टर मरीज से बातचीत करेंगे और उसकी समस्या पूछेंगे. फिर मरीज पोर्टल से अपनी इलाज की पर्ची डाउनलोड कर सकेगा. पर्ची पर डॉक्टर की सलाह और इलाज के लिए दवाइयां लिखी होंगी.

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