नई दिल्ली:आग की घटनाओं से निपटने के लिए और फायर सेफ्टी इंतजामों को लेकर केंद्र सरकार के तमाम विभाग भी गंभीर नहीं दिख रहे हैं. इसकी वजह से केंद्र सरकार के अधीनस्थ आने वाले कई अहम विभाग अग्नि सुरक्षा इंतजाम के निरीक्षण में फेल हो गए हैं. फायर सर्विस विभाग की ओर से इन विभागों की 'ग्राउंड रियलिटी' चेक की गई तो तमाम खामियां पाई गई हैं. इसके चलते दिल्ली फायर सर्विस विभाग ने इन विभागों के फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट के रिनुअल आवेदन को रिजेक्ट कर दिया है. साथ ही सलाह दी है कि उजागर हुई कमियों को दूर किया जाए और अगर इनको दूर किए बिना और फायर सेफ्टी इंतजामों के अभाव में इन भवन परिसरों का संचालन किया जाता है तो वह खुद के जोखिम पर ही होगा.
दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग की ओर से 8 अगस्त को इस संबंध में एक पत्र जारी कर साफ किया गया है कि जनरल पूल ऑफिस कॉम्प्लेक्स, आईएनए में स्थित सेंट्रल विजिलेंस कमीशन बिल्डिंग, आयुष भवन, नेशनल ह्यूमन राइट कमीशन बिल्डिंग, आर्कियोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया बिल्डिंग, महालेखा परीक्षक भवन, सीवीसी बिल्डिंग B1+ B2 के अलावा कॉमन बेसमेंट में तय मानकों के अनुसार फायर सेफ्टी इंतजाम नहीं किए गए हैं. निरीक्षण के दौरान इन सभी कार्यालयों और परिसर में अनेकों कमियां पाई गई हैं. इन भवनों का निरीक्षण 15 जून, 29 जून और 27 जुलाई को किया गया, जिनमें अग्नि बचाव के लिए किए जाने वाले इंतजाम नाकाफी पाए गए.
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