देहरादून:ऐतिहासिक रेंजर्स ग्राउंड कभी खेलों के लिए खास पहचान रखता था. इस ग्राउंड पर क्रिकेट के धुरंधरों ने जमकर चौके छक्के लगाए तो खुद को भी निखारा. जो बाद में भारतीय क्रिकेट टीम के सुनहरे चेहरे बने. इस ग्राउंड पर बीते 40 सालों से देहरादून का मशहूर क्रिकेट गोल्ड कप टूर्नामेंट होता आया है, लेकिन अब इस ग्राउंड को व्यावसायिक कार्यक्रमों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. जिसके चलते गोल्ड कप के आयोजनों को नया मैदान तलाश करना पड़ा.
बता दें कि साल 1980 से देहरादून के रेंजर कॉलेज ग्राउंड में देहरादून के कंट्रोलर ऑफ डिफेंस अकाउंट के कुछ लोगों ने देहरादून गोल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट की शुरुआत की थी. जिसमें उस समय के धुरंधर रहे खिलाड़ियों ने भाग लिया और बाद में वो भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल हुए. इतना ही नहीं 1980 के बाद से लगातार हो रहे गोल्ड कप में कई ऐसे नामचीन चेहरों ने हिस्सा लिया, जिनका बाद में भारतीय क्रिकेट इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों में उनका नाम लिखा गया.
देहरादून गोल्ड कप के आयोजन पीसी वर्मा बताते हैं कि रेंजर कॉलेज ग्राउंड शहर के बिल्कुल बीचों बीच स्थित है. जहां क्रिकेट टूर्नामेंट हुआ करता था. जहां देहरादून गोल्ड कप टूर्नामेंट में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और श्रीलंका के टीमों ने हाथ आजमाया, लेकिन आज देहरादून का मशहूर क्रिकेट गोल्ड कप के आयोजन के लिए संचालकों को ग्राउंड तलाशना पड़ रहा है. क्योंकि, आज ग्राउंड के हालात बदतर हैं. अब इस ग्राउंड पर संडे मार्केट लगाया जाता है.
देहरादून क्रिकेट गोल्ड गोल्ड कप के आयोजक मंडल के सदस्य पीसी वर्मा बताते हैं कि देहरादून का यह क्रिकेट टूर्नामेंट अपनी विशेष पहचान रखता है. महेंद्र सिंह धोनी, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग समेत कई खिलाड़ियों ने पहले इस टूर्नामेंट में खेला, जो बाद में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बने. पिछले साल आईपीएल के स्टार खिलाड़ी रिंकू सिंह ने भी देहरादून गोल्ड कप में हाथ आजमाया था.
उन्होंने बताया कि उनकी कोशिश है कि वो इस ऐतिहासिक क्रिकेट टूर्नामेंट को निरंतर जिंदा रखें. हर साल इसका आयोजन देहरादून में रेंजर ग्राउंड में किया जाता था, लेकिन अब ग्राउंड की स्थिति खराब होने की वजह से ग्राउंड तलाशा जा रहा है. बता दें कि व्यावसायिक कार्यक्रम आयोजन कराने के मकसद से साल 2018 से क्रिकेट और फुटबॉल जैसे खेल टूर्नामेंट बंद हो गए.