विष्णुदेव सरकार बस्तर में भाजपा नेताओं को ही सुरक्षा क्यों दे रही, कांग्रेसी भी है नक्सलियों के टारगेट में: दीपक बैज - Deepak Baij Accuses Vishnudeo Sai
छत्तीसगढ़ में बस्तर के बीजेपी नेताओं को सुरक्षा प्रदान करने पर राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस ने बीजेपी पर दोहरी राजनीति करने और कांग्रेस नेताओं को सुरक्षा नहीं देने का आरोप लगाया है. पीसीसी प्रमुख दीपक बैज ने कांग्रेस नेताओं की सुरक्षा में तैनात जवानों को वापस लेने का आरोप लगाया है. उन्होंने यह भी कहा है कि आगामी दिनों में यदि कांग्रेस नेताओं पर हमले होंगे तो उसकी जिम्मेदार साय सरकार होगी.
बस्तर:छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावितबस्तर में भाजपा नेताओं की हत्या नक्सली कर रहे हैं. जिसकी वजह से बस्तर संभाग के सभी जिलों के भाजपा नेताओं में खौफ का माहौल है. इसे ध्यान में रखकर छत्तीसगढ़ सरकार ने बस्तर संभाग के 43 भाजपा नेताओं को सुरक्षा प्रदान की है. जिसे लेकर सियासत गरमा गई है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने बीजेपी पर दोहरी राजनीति कर कांग्रेस नेताओं के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है.
नेताओं को सुरक्षा देने में भेदभाव का आरोप: पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा, "छत्तीसगढ़ में भाजपा कांग्रेस नेताओं के साथ भेदभाव का रही है. भाजपा दोहरी नीति क्यों अपना रही है. क्या कांग्रेस के नेताओं की हत्या नक्सलियों ने नहीं की. हत्याकांड का उदाहरण देश का सबसे बड़ा राजनीतिक घटना झीरम घाटी है. जहां कांग्रेस के टॉप लीडरों, पुलिस जवानों सहित कुल 32 लोगों की हत्या हुई. उसके बाद भी भाजपा सरकार सबक नहीं सीख रही है."
भाजपा ने अपने ही सदस्यों को सुरक्षा क्यों प्रदान किया है, कांग्रेस के नेताओं को सुरक्षा क्यों नहीं दिया गया. क्या कांग्रेस के नेता टारगेट में नहीं है. क्या कांग्रेस के नेता बस्तर के अंदरूनी क्षेत्रों में काम नहीं कर रहे हैं. कांग्रेस के नेता भी नक्सलियों के टारगेट में हैं. कांग्रेस नेताओं की सुरक्षा वापस ली जा रही है. यदि कहीं भी कांग्रेस नेताओं के साथ घटना घटेगी तो इसकी जिम्मेदार भाजपा की विष्णुदेव सरकार रहेगी. - दीपक बैज, पीसीसी प्रमुख, छत्तीसगढ़
दीपक बैज ने कहा, कांग्रेस के पूर्व विधायक और बड़े नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई है. आगामी दिनों में इन सभी नेताओं की लिस्ट बनाकर सुरक्षा के लिए सरकार को पत्र लिखा जायेगा, ताकि बस्तर जैसे इलाके में नेताओं के साथ भेदभाव नहीं हो. भाजपा सरकार में नक्सलियों की गतिविधियों अंदरूनी इलाकों में बढ़ गई है."
दरअसल, कांग्रेस बड़े नेताओं के साथ बातचीत करने लिस्ट तैयार कर रही है. कांग्रेस की ओर से पत्र लिखकर आगामी लोकसभा चुनाव और उसके बाद परिस्थितियों के अनुसार नेताओं की सुरक्षा बहाली करने की मांग की जाएगी.