डीग:जिले के एएसपी अखिलेश शर्मा लोगों को मोटिवेट करने के लिए 'पाॅप सिंग अवतार' को लेकर सुर्खियों में हैं. अकलेश लोगों को ट्रैफिक रूल्स और अन्य कानूनों की पालना को लेकर अपनी सुरीली आवाज में वीडियो रिकॉर्ड कर जागरुक कर रहे हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर इन दिनों काफी वायरल हो रहे हैं. खास बात है कि अखिलेश शर्मा की आवाज एक प्रोफेशनल पॉप सिंगर की तरह है. इसके अलावा अखिलेश शर्मा खुद ही अपने स्टूडियो में कंपोजर, सिंगर भी हैं और लिरिक्स भी उन्हीं के हैं.
एएसपी का गाना क्यों है चर्चा में? (ETV Bharat Deeg) सुरीली आवाज से लोगों को कर रहे है जागरुक: एएसपी अखिलेश शर्मा बीते काफी लंबे समय से युवाओं को मोटिवेट कर रहे हैं. अखिलेश अभी डीग जिले में तैनात हैं. उन्होंने बताया कि जब वह पाली जिले में तैनात थे, तब 'ट्राफिक सप्ताह' को लेकर उन्होंने विडियो रिकार्ड किया था. उनका यह विडियो तेजी से वायरल हो रहा है. उन्होंने बताया कि शुरू से उन्हें सिंगिंग का शौक है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि उनके विडियो से आमजन यातायात नियमों का सही तरीके से पालन करने के प्रति जागरूक होंगे. साथ ही सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी.
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इसके अलावा इस गाने के जरिए धीमी गति से वाहन चलाने और यातायात नियमों का पालन करने का संदेश दिया गया है. यह विडियो उन्होंने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया. खास बात है अखिलेश शर्मा वन मेन आर्मी हैं. यानी उनके खुद के लिरिक्स हैं. साथ ही सिंगर और कम्पोजर भी वह खुद ही हैं. एएसपी के वायरल वीडियो के यह है बोले 'जरा सी भैया पुलिस की सुन लो, गाड़ी थोड़ी स्लो चला लो. इस वीडियो पर अब तक खूब व्यूज आ चुके हैं.
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स्टूडेंट आत्महत्या घटनाओं को रोकने लिए चलाएंगे मुहिम: अखिलेश शर्मा ने बताया कि उन्होंने अपने गाने के पैशन को पूरा करने के लिए लोगों को जागरूक करने का उद्देश्य बनाया है. उन्होंने बताया कि कोटा सहित बड़े-बड़े शहरों में स्टूडेंट पढ़ाई के प्रेशर में आत्महत्या कर लेते हैं. इन घटनाओं को रोकने के लिए अब नया मिशन शुरू करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मेडिकल, इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स, जो सलेक्शन न होने पर आत्महत्या कर लेते हैं, उनके मोटिवेशन के लिए भी अकलेश दिसंबर में गाना लॉन्च करेंगे.
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अकलेश ने बच्चों को पढ़ाकर इस मुकाम को पाया: शर्मा ने बताया कि जब वह ग्रेजुएशन कर रहे थे, तभी उनके पिता का देहांत हो गया था. इस दौरान उन्होंने काफी स्ट्रगल करते हुए बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया. जयपुर में भी कोचिंग सेंटर में बच्चों को पढ़ाया. इसके साथ ही उन्होंने आरएएस की तैयारी भी की, जहां वह वर्ष 2011 में आरपीएस में सिलेक्ट हुए. उन्होंने बताया कि वह हिंडौन सिटी के मूल निवासी हैं. अकलेश पूर्वी राजस्थान के दौसा, सवाई माधोपुर, धौलपुर, भरतपुर, जोधपुर, पाली, टोंक सहित कई जिलों में तैनात रह चुके हैं.