रायपुर: डेढ़ महीने तक प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन चलेगा. महाकुंभ में देश विदेश से करोड़ों लोग शामिल होने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं. प्रयागराज महाकुंभ के बहाने ठग भी लोगों को ठगने का जाल बिछाने लगे हैं. लोगों को टेंट, होटल और मकान दिलाने के नाम पर ठगा जा रहा है. पुलिस ने लोगों को सावधान और अलर्ट रहने की सलाह दी है. पुलिस ने कहा है कि ऑनलाइन बुकिंग के दौरान जरुरत सतर्कता बरतें. जिस वेबसाइट से आप बुकिंग कर रहे हैं वो वेबसाइट आधिकारी वेबसाइट है या नहीं इसकी जांच जरुर करें.
महाकुंभ के नाम पर ठगी:रायपुर क्राइम डीएसपी संजय सिंह ने बताया कि प्रयागराज के महाकुंभ में जितने भी जाने वाले श्रद्धालु हैं उनकी कोशिश रहती है कि वहां पर पहुंचे तो उनके लिए आवास होटल या फिर टेंट की सुविधा मिल सके. ऐसे में लोग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग ज्यादा करते हैं. ऑनलाइन इन चीजों की बुकिंग भी की जाती है. ऐसे में साइबर ठग भी फर्जी वेबसाइट बनाकर सक्रिय हो जाते हैं.
जब भी इस तरह की ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बुकिंग करें तो इस बात की पुष्टि जरूर कर लें कि वह आधिकारिक वेबसाइट है या नहीं. इसी समय ज्यादातर साइबर ठग एक्टिव रहते हैं. ऐसे में आम लोगों को भी सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है. फर्जी वेबसाइट की जानकारी के लिए आपको उसे एरिया का नॉलेज होना चाहिए - संजय सिंह, डीसीपी, क्राइम रायपुर
फर्जी वेबसाइट से सावधान: रायपुर क्राइम डीएसपी संजय सिंह ने कहा कि गूगल पर कई वेबसाइट होते हैं जो कई बार गलत भी होते हैं. इसी का फायदा साइबर ठगों को मिलता है. फिलहाल रायपुर जिले में अब तक ऐसी कोई घटना नहीं हुई है अगर कोई घटना हुई भी होगी तो इसकी जानकारी लोगों ने पुलिस तक नहीं दी है. ऐसे अवसरों का लाभ साइबर ठग जरूर उठाते हैं.
बुकिंग से पहले इन बातों का रखें ध्यान
फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया लिंक बनाकर सस्ते दामों पर होटल टेंट और अन्य सुविधाओं की बुकिंग का लालच देकर लोगों को झांसे में ले सकते हैं.
कुछ फर्जी प्लेटफार्म महाकुंभ के नाम पर चंदा मांगते हैं और लोगों से पैसा वसूलते हैं. ऐसे ठगो से भी सावधान रहने के साथ ही सतर्क रहना जरूरी है.
कुछ प्लेटफार्म का उपयोग करने वाले लोगों को वायरस युक्त फाइल भेज कर डाउनलोड करने के लिए दबाव डाला जाता है. जिससे उनके डिवाइस की जानकारी हैकर्स के हाथ में चली जाती है.
सावधानी ही बचाव है:इससे बचने के लिए लोगों को महाकुंभ से संबंधित जानकारी और बुकिंग के लिए केवल आधिकारिक वेबसाइट का उपयोग करना चाहिए. उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा और स्थानीय प्रशासन ने रजिस्टर्ड होटल टेंट की सूची जारी की है, जिसका उपयोग किया जा सकता है. किसी भी अनजान या संदिग्ध लिंक और वेबसाइट पर क्लिक नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही कभी भी किसी अनजान या अपरिचित व्यक्ति के वेबसाइट पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी भी साझा नहीं करनी चाहिए.
ठगी होने पर क्या करें: इन सबके बावजूद अगर आप साइबर ठगी का शिकार होते हैं, तो तुरंत नेशनल साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. इसके साथ ही एक पोर्टल भी है जिस पर भी आप अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं. www.cybercrime.gov.in या फिर https://www.cybercrime.gov.in पर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं.