रायपुर/बस्तर: बस्तर में नक्सल ऑपरेशन की रणनीति को प्रभावी बनाने के लिए सुरक्षाबलों ने रणनीतिक स्तर पर कार्य तेज कर दिए हैं. बस्तर के धुर नक्सल प्रभावित जिलों में सीआरपीएफ के फॉरवर्ड बेस कैंप को खोला गया है. इन कैंपों के निर्माण से नक्सल ऑपरेशन में रणनीतिक स्तर पर सुरक्षाबलों को मदद मिलेगी. तेजी से नक्सल विरोधी अभियान को संचालित करने में भी ये मदद प्राप्त होगी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सलियों के खात्मे को लेकर बीते दिनों बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि 2026 तक देश से वामपंथी उग्रवाद के खतरे को खत्म करना है. इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मजबूत और निर्मम" कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए थे.
सुकमा और बीजापुर में खोले गए फॉरवर्ड बेस कैंप: सीआरपीएफ के ये फॉरवर्ड बेस कैंप सुकमा और बीजापुर जिले में खोले गए हैं. सुकमा के तुम्पलपाड़ और रायगुडेम में इस कैंप को खोला गया है. इसके अलावा बीजापुर के कोंडापल्ली में फॉरवर्ड बेस कैंप को सेट किया गया है. एक सप्ताह पहले इन कैंपों को स्टार्ट किया गया है. सीआरपीएफ ने इस कैंप को स्थापित किया है. इसे अग्रिम संचालन ठिकाना अर्थात फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस का नाम दिया गया है. इन कैंपों के खुलने से वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलेगी.
फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के जवानों सहित सभी सुरक्षा बलों के लिए लॉन्चिंग पैड के रूप में कार्य करता है. जिससे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में इंटेल बेस ऑपरेशन को मदद मिल सके. बस्तर के सुकमा और बीजापुर जिलों के तुम्पलपाड़, रायगुडेम और कोंडापल्ली नक्सलियों की सप्लाई चेन का हिस्सा रहे हैं. यहां से उन्हें रसद मिलता रहा है. यह पीएलजीए बटालियन नंबर 1 के लिए एक महत्वपूर्ण भर्ती केंद्र भी था: बस्तर पुलिस