उज्जैन: उज्जैन में वर्ष 2028 में होने वाले सिंहस्थ महापर्व की तैयारियां जोरों पर हैं. इस बार सिंहस्थ के दौरान भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था को उच्च तकनीकी के साथ अंजाम दिया जाएगा. इसको लेकर कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने हाल ही में प्रयागराज महाकुंभ का दौरा किया. दौरे का उद्देश्य महाकुंभ में की गई व्यवस्थाओं का सूक्ष्मता से अध्ययन करना और उन्हें सिंहस्थ में लागू करने की संभावनाओं पर विचार करना था.
मेले में स्वच्छता और शुद्ध पेयजल की आपूर्ति पर रहेगा विशेष ध्यान
उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया "सिंहस्थ में भीड़ प्रबंधन, यातायात नियंत्रण और सुरक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक का व्यापक उपयोग किया जाएगा. एआई का उपयोग श्रद्धालुओं की गिनती, ट्रैफिक अलर्ट और वाहनों की निगरानी के लिए होगा. इसके साथ ही मेले में स्वच्छता और शुद्ध पेयजल की आपूर्ति पर विशेष ध्यान दिया जाएगा."
- कलकल बहती शिप्रा में तैरेंगी वाटर एम्बुलेंस, उज्जैन सिंहस्थ 2028 में श्रद्धालुओं की करेंगी सुरक्षा
- अमृत कलश की 4 बूंदें धरा पर गिरीं, 3 जगह महाकुंभ तो उज्जैन में ही सिहंस्थ क्यों ?
- महाकुंभ के बाद सिंहस्थ 2028 में उमड़ेगा सैलाब, 15 करोड़ श्रद्धालु लगाएंगे आस्था की डुबकी
उज्जैन के कलेक्टर और एसपी ने प्रयागराज महाकुंभ के कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया, जहां एआई तकनीक का उपयोग कर व्यवस्थाओं का संचालन और निगरानी की जा रही है. अधिकारियों ने महाकुंभ के दौरान बनाए गए रेस्ट रूम, रेलवे स्टेशन और घाटों पर की गई व्यवस्थाओं का भी अध्ययन किया. इस दौरान उन्होंने संतों, महात्माओं और श्रद्धालुओं के आवागमन, स्नान की व्यवस्था, चिकित्सा सेवाओं, सुरक्षा इंतजाम और मीडिया प्रबंधन का गहराई से अवलोकन किया.
सिंहस्थ में आगजनी जैसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए होगा ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण